गोरखपुर (ब्यूरो)।कुछ स्कूलों में एग्जाम का तरीका बदला है तो कई स्कूलों में खेल कूद की भी एक क्लास चल रही है। एनईपी 2020 को पूरी तरह से 2030 तक लागू करने का लक्ष्य मिला है। जिसके अनुसार स्कूल खुद का अपडेट कर रहे हैं।

चार एग्जाम का जोड़ा जाएगा स्कोर

सेंट पॉल स्कूल के एग्जीक्यूटिव प्रिंसिपल अमरीश चंद्रा ने बताया कि एनईपी 2020 लागू दो साल पहले हुई। दो साल से ही स्कूल में एग्जाम के तरीकों को बदला गया है। पहले प्री-बोर्ड एग्जाम के नंबर फॉर्मेल्टी तौर पर देखे जाते थे। सेशन के लास्ट में फाइनल एग्जाम का स्कोर ही मान्य होता था। अब प्राइमरी सेक्शन से जूनियर हाईस्कूल तक का हर तीन माह पर एग्जाम होता है। एक सेशन में कुल चार एग्जाम होते हैं। चारों एग्जाम का स्कोर मिलाकर लास्ट इयर में रिजल्ट जारी होता है। इससे बच्चे स्कूल में हर तीन माह में होने वाले एग्जाम के लिए सीरियसली पढ़ाई करते हैं।

खेलकूद का अच्छा रिजल्ट

आरपीएम एकेडमी के डारेक्टर अजय शाही ने बताया कि एनईपी 2020 बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाने का समर्थन करता है। स्कूल में अब खेल कूद की भी एक पीरियड चलता है। इससे बच्चों के दिमाग पर अच्छा असर पड़ रहा है। बच्चे खेल के साथ ही अब स्कूल भी बंक नहीं करते हैं। रेग्युलर स्कूल में क्लास में जो भी पढ़ाया जाता है, उसे समझने की क्षमता भी उनकी तेज हुई है। इसी तरह टीचर्स भी बोर्ड द्वारा कराई जा रही ट्रेनिंग में पार्टिसिपेट कर रहे हैं। रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई भी बच्चों का कराई जा रही है।

न्यू एजुकेशन पॉलिसी वर्तमान चुनौतियों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इसके लागू होने पर स्टूडेंट भी नई चुनौतियों को समझ पाएंगे। स्कूल एनईपी के अनुसार धीरे-धीरे अपडेट हो रहे हैं।

अजय शाही, डायरेक्टर, आरपीएम एकेडमी

टीचर्स और प्रिंसिपल बोर्ड द्वारा कराई जा रही ट्रेनिंग में पार्टिसिपेट कर रहे हैं। स्कूल में इस साल कुछ चीजें लागू भी गई हैं। ट्रेंड टीचर बच्चों को बदल अंदाज में पढ़ा रहे हैं।

राजीव गुप्ता, डायरेक्टर, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज

ये अच्छी बात है कि अब रटने पर नहीं सीखने सीखाने पर जोर दिया जा रहा है। बच्चों को भी एनईपी 2020 से काफी उम्मीदें हैं। वर्तमान समय को ध्यान में रखकर परिवर्तन किया गया है।

रीमा श्रीवास्तव, डायरेक्टर, स्प्रिंगर लोरेटो गल्र्स स्कूल

एनईपी लागू होने के बाद से ही स्कूल में एग्जाम का पैटर्न बदल दिया गया। अब एक सेशन में चार प्री बोर्ड एग्जाम के आधार पर बच्चों का रिजल्ट तैयार किया जा रहा है।

अमरीश चंद्रा, एग्जीक्यूटिव प्रिंसिपल, सेंट पॉल