- अग्निकांड के रहस्यों पर अबतक पर्दा

- नए भवन में मीडिया के प्रवेश पर भी रोक

पिछले 4 दिसंबर को अगलगी के बाद अबतक नया विधानसभा भवन सरकार को हैंडओवर नहीं किया गया है। आग लगने के बाद दावा किया गया था कि करोड़ों का नुकसान हुआ। इसके साथ यह भी दावा किया गया था कि 23 दिसंबर के पहले आग लगने वाले क्षेत्र का दोबारा निर्माण कर लिया जाएगा। नए विधानसभा भवन के तीनों गेट बंद हैं और अंदर ही अंदर काम करवाया जा रहा है। फिलहाल, विधानसभा के अंदर जाने की इजाजत मीडिया को भी नहीं है।

मीडिया का प्रवेश निषेध

23 दिसंबर के बाद आखिरकार किस हालात में विधानसभा के नए भवन में विधायक बैठेंगे। नए विधानसभा भवन के गेट पर तैनात गार्ड ने यह कह कर मीडियाकर्मियों को अंदर जाने से रोक दिया कि फिलहाल ऊपर से यह आदेश है कि किसी भी हाल में मीडिया को अंदर नहीं जाने दिया जाए। हालांकि, इस दौरान कंपनी के लोगों का विधानसभा के नए भवन में आना-जाना लगा रहा।

नुकसान का आकलन नहीं

आग लगने के बाद कितना नुकसान हुआ इसकी अधिकारिक पुष्टि किसी ने नहीं की है और न ही विधानसभा कमिटी के सदस्य ही इस पर कुछ बोल रहे हैं। यहां तक कि जो कंपनी विधानसभा भवन को बना रही है, उसने भी आग लगने की वारदात के बाद यह कहा कि यह किसी साजिश का नतीजा है। लेकिन न तो इस मामले में कोई जांच रिपोर्ट आई और न ही कंपनी ने अपनी रिपोर्ट किसी के सामने पेश की।

अगलगी में क्या-क्या हुआ था नुकसान

बीते 4 दिसंबर की रात नए विधानसभा भवन के वेस्ट विंग में 4 जगह पर आग लगी थी। वेस्ट विंग के जिन चार हिस्सों में आग लगी थी वहां का पूरा फर्निशिंग जलकर राख हो गया था। इसके साथ ही लगभग 1000 से अधिक फर्नीचर भी जल गए थे।

नहीं आई एफएसएल जांच रिपोर्ट

आगजनी से जो नुकसान हुआ था, उसका खर्च निर्माण कर रही कंपनी ने उठाया है, ऐसा दावा किया गया है। कंपनी ने आग लगने की वजह को साजिश बताया था। इसके बाद पुलिस ने एफएसएल जांच कराई थी, ताकि यह पता चल सके कि आग कैसे लगी। लेकिन एफएसएल की रिपोर्ट अब तक सामने नहीं आ पाई है।

Posted By: Inextlive