-मूक-बधिरों के साथ बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने के लिए आईजी की अनोखी पहल

-'एक नंबर भरोसे का' पर शिकायत दर्ज कराते ही 24 घंटे में होगी सुनिश्चित कार्रवाई

- इशारों को समझ न पाने से ज्यादातर पुलिस ऑफिसर करते हैं अनदेखी

KANPUR: हमारी सोसाइटी में हम सब के बीच ही कुछ स्पेशल लोग हैं जो बोलने और सुनने में असमर्थ हैं। इसके अलावा अन्य विकलांग भी हैं। अगर इनको कोई परेशानी होती है तो ये आम आदमी की तरह अपनी शिकायत कह नहीं पाते। ये हाथ के इशारों के जरिए शिकायत बताने की कोशिश करते हैं। लेकिन शिकायत समझ न पाने के कारण ज्यादातर ऑफिसर इनकी अनदेखी कर देते हैं। जिससे इन स्पेशल लोगों का पुलिस और प्रशासन पर से भरोसा उठता जा रहा है। पुलिस के प्रति इनके दिलों में फिर से विश्वास जगाने के लिए आईजी आशुतोष पांडेय ने पहल की है। अब ऐसे लोगों को अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए भटकने की जरूरत नहीं है। अब वे घर पर ही बैठकर हेल्पलाइन 'एक नम्बर भरोसे का' पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

हाथ उठाकर तालियां बजाई

संडे को रागेंद्र स्वरूप ऑडिटोरियम में मूकबधिर समेत अन्य विकलांगजनों को जागरूक करने और उनकी समस्याओं को जानने के लिए स्पेशल प्रोग्राम आयोजित हुआ। जिसमें आईजी आशुतोष पाण्डेय सहित एसएसपी शलभ माथुर और अन्य पुलिस ऑफिसर मौजूद रहे। आईजी ने स्पेशल लोगों को भरोसा दिलाया कि उनकी हर समस्या का निस्तारण किया जाएगा। बस इसके लिए उनको 'एक नम्बर भरोसे का' में शिकायत दर्ज करानी होगी। आईजी ने विश्वास दिलाया कि चौबीस घंटे में जांच कर कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे। जिसे सुनते वहां बैठे मूकबधिर समेत अन्य विकलांग लोगों ने हाथ उठाकर उनकी प्रशंसा की। इस मौके पर वहां मौजूद मूक बधिरों ने अपनी समस्याएं भी साझा कीं।

शोहदे करते हैं छेड़खानी

मूकबधिर लड़की रीता(काल्पनिक नाम) ने इशारों के जरिए बताया कि उन लोगों को रास्ते में छेड़खानी का सामना करना पड़ता है। उनकी प्रॉबल्म है कि वे अपनी शिकायत कह नहीं पाती हैं। वे थाने में जाकर इशारों के जरिए पुलिस को बताती है तो वे उनकी अनदेखी कर चले जाते हैं। अब तो शिकायत करना भी छोड़ दिया है। जिसे सुनते ही आईजी ने पीडि़ता को कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि वो 'एक नम्बर भरोसे का' में शिकायत दर्ज कराएं। पुलिस खुद उनसे शिकायत सुनने आएगी।

चालान काटा और मांग रहे घूस

रामादेवी के रहने वाले मूकबधिर अर्पित ने हाथ के इशारों के जरिए बताया कि उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस है। इसके बाद भी पुलिस ने उसका चालान काट दिया। वो थाने में चालान छुड़ाने जाता है तो वहां पर दरोगा सुनील यादव उसको टरका देते हैं। उसका आरोप है कि दरोगा उससे रुपए मांग रहे हैं। जिसे सुनते ही आईजी ने भरोसा दिलाया कि उसकी समस्या का आज ही निस्तारण हो जाएगा। इसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया।

इनसे सहानुभूति रखेगी पुलिस

एलआईसी में जॉब करने वाले विकलांग सुरेश कुमार ने बताया कि वह कार चलाते हैं। उनके पास 15 साल पुराना लाइसेंस भी है। उन्होंने शिकायत की कि ट्रैफिक पुलिस वाले उन लोगों को परेशान करते हैं। वे हमेशा रोड के किनारे कार खड़ी करते हैं, लेकिन दो बार उनकी कार का चालान काट दिया गया। उन्होंने खुद के विकलांग होने का हवाला देते हुए आला अधिकारियों से शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसे सुनने के बाद आईजी ने कहा कि मूकबधिर समेत विकलांग जन अपनी गाड़ी लोगो लगा लें, ताकि पुलिस उनकी गाड़ी की पहचान कर सके। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पुलिस स्पेशल लोगों से सहानुभूति रखेगी। यह परिवर्तन उन्हें खुद महसूस होगा। उनके निर्देश पर एसएसपी ने भी इसका भरोसा दिलाया कि वो क्राइम मीटिंग में सभी पुलिसकर्मियों को इसके लिए निर्देशित कर देंगे।

फर्जी विकलांगों पर कसें नकेल

विकलांगों ने आईजी से फर्जी विकलांगों पर नकेल कसे जाने की मांग की। बर्रा के जितेंद्र कश्यप ने कहा कि कुछ लोग सीएमओ ऑफिस में सेटिंग कर फर्जी विकलांग सर्टिफिकेट बनवा लेते हैं जिसका यूज वे सरकारी जॉब समेत अन्य योजनाओं में करते हैं। इससे पात्र विकलांग को उसका लाभ नहीं मिल पाता है। जिसे आईजी ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

वीडियो बनाकर कार्रवाई करेंगे

ज्यादातर मूकबधिरों ने बोलने में असमर्थता के कारण थाने में सुनवाई न होने की समस्या बताई। जिस पर आईजी ने सभी थानेदारों को निर्देशित किया कि अगर उन्हें मूकबधिर की समस्या समझने में दिक्कत हो रही है तो वो इशारों के जरिए शिकायत बताते हुए उसका वीडियो बनाएं। जिसे उनके इशारों को समझाने वाले एक्सपर्ट के पास भेजा जाएगा। जिससे उनकी समस्या का पता चल जाएगा। इसके लिए आईजी ने मूकबधिर का इशारा समझने वाले एक्सपर्ट का नम्बर भी थानेदार को उपलब्ध करा दिया है। साथ ही उन्होंने मूकबधिर की अनदेखी करने पर संबंधित ऑफिसर पर कार्रवाई की भी हिदायत दी।

अधिकार भी बताए गए

आईजी ने इन स्पेशल लोगों को उनको अधिकार बताने के लिए एआरटीओ और जिला विकलांग अधिकारी को भी बुलाया था। एआरटीओ ने बताया कि मूकबधिर समेत विकलांगजनों का भी लाइसेंस बनता है। उन्होंने स्पेशल लोगों का लाइसेंस बनाने के लिए जल्द ही विशेष कैम्प लगवाने का भरोसा दिलाया। साथ ही उन्होंने बताया कि स्पेशल लोगों को गाड़ी खरीदने में सब्सिडी भी मिलती है। इसके अलावा उनको परमिट भी जारी किया जाता है। जिसमें उनको वरीयता भी दी जाती है। वहीं, जिला विकलांग अधिकारी ने पेंशन समेत अन्य योजनाओं के बारे में स्पेशल लोगों को बताया।

इस तरह दर्ज करा सकते हैं शिकायत

हेल्पलाइन 'एक नम्बर भरोसे का' के वाट्सएप नम्बर 7704020202 पर मैसेज टाइप करके शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसके अलावा स्पेशल लोग रिश्तेदार या मित्र से अपना वीडियो बनवाकर भी वाट्सएप कर सकते हैं। जिसे देखकर शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। पीडि़त को 24 घंटे में शिकायत की प्रगति रिपोर्ट मैसेज के जरिए ही मिल जाएगी।

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ये पहल सराहनीय है। इससे मूकबधिर समेत अन्य विकलांग का पुलिस पर भरोसा बढ़ेगा। इस तरह के प्रोग्राम होते रहने चाहिए।

अमन वर्मा

पहली बार पुलिस ने मूकबधिर समेत अन्य विकलांग की समस्या सुनी है। इससे हम लोगों में विश्वास पैदा हुआ है, लेकिन आईजी साहब को इसे अन्जाम तक पहुंचाना होगा।

अनीता सिन्हा

हमारी शिकायत सुनकर तुरन्त कार्रवाई के लिए बोला गया है। अब देखना है कि कार्रवाई होती भी है या फिर ये पहले की तरह ही कोई प्रोग्राम है।

महेश गुलाटी

पुलिस पर विश्वास बढ़ा है। हम लोग भी जागरुक हुए है। इस तरह के प्रोग्राम होते रहने चाहिए।

नेहा शर्मा

Posted By: Inextlive