न्यूजीलैंड के एक सांसद ने कहा है कि नौजवान मुसलमानों को पश्चिमी देशों के एयरलाइंस पर उड़ान भरने की अनुमति नहीं होनी चाहिए.

न्यूजीलैंड की फर्स्ट पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाले रिचर्ड प्रॉस्सर ने एक पत्रिका के कॉलम में यह टिप्पणी की है. आलोचकों ने रिचर्ड की टिप्पणी को रंगभेदी बताते हुए उनकी खिल्ली उड़ाई है. रिचर्ड प्रॉस्सर ने कहा है कि न्यूजीलैंड को आधुनिक विमानन सुरक्षा के सामने मौजूद खतरों की पहचान करनी चाहिए.

रिचर्ड ने अपने लेख में लिखा है कि मुसलमान या इस्लामी देशों से आने वाले 19 से 35 साल की आयु वर्ग के पुरुषों को वेस्टर्न एयरलाइंस से यात्रा करने पर रोक लगाई जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि विविधता और बहुसंस्कृतिवाद जुड़वां बुराईयां हैं.

टिप्पणी की आलोचना
रिचर्ड की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए न्यूज़ीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की ने कहा कि रिचर्ड की बातें ‘निंदनीय’ और ‘मसखरे’ जैसी है.“ लेबर पार्टी के सांसद केल्विन डेविस ने भी टिप्पणी की आलोचना की है.

केल्विन ने सवालिया लहजे में कहा,"अगर रिचर्ड प्रोस्सर सभी चरमपंथियों की वायुयात्रा पर रोक लगवाने में कामयाब हो जाते हैं तो वे खुद कैसे सफर करेंगे?"

वहीं न्यूजीलैंड की फर्स्ट पार्टी के नेता विंस्टन पीटर्स ने कहा है कि रिचर्ड ने जो लिखा है, उसमें सच्चाई का अंश है. लेकिन विसंट्न ने जोर देकर ये भी कहा कि अपने कॉलम में रिचर्ड इस बात को समझने में नाकाम रहे हैं कि ज्यादातर मुसलमान अमनपसंद हैं और कानून का पालन करते हैं.

 

Posted By: Garima Shukla