RANCHI: रिम्स में ड्यूटी करने वाले दर्जनों डॉक्टर सरकार से एनपीए लेते रहे और प्राइवेट प्रैक्टिस भी करते रहे। जिससे कि उन डॉक्टरों ने बंपर कमाई कर ली। लेकिन अब ऐसे डॉक्टरों को राहत मिलने की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है। आखिर ये डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस के दौरान रंगे हाथ पकड़े जा चुके हैं। वहीं उनपर कार्रवाई का रास्ता भी साफ हो गया है। हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित कमेटी ने इंस्पेक्शन के बाद सोमवार को अपनी रिपोर्ट हेल्थ सेक्रेटरी को सौंप दी। वहीं डॉक्टरों पर एक्शन लेने की अनुशंसा कर दी गई है। इतना ही नहीं, टीम ने इसे वित्तीय अनियमितता व गबन का मामला बताया है।

प्राइवेट प्रैक्टिस का बनाया वीडियो

टीम के मेंबर्स ने पिछले दिनों सिटी में इंस्पेक्शन किया, जहां टीम के मेंबर्स सिविल ड्रेस में ही डॉक्टरों के क्लिनिक पर पहुंच गए। जांच के दौरान मेंबर्स ने उनका ऑडियो और वीडियो क्लिप भी बना डाला। टीम ने हेल्थ सेक्रेटरी को सौंपी अपनी रिपोर्ट में ऑडियो-वीडियो को भी अटैच कर दिया है ताकि कार्रवाई करने में ज्यादा समय न लगे। टीम ने क्लिनिक में इलाज कराने पहुंचे मरीजों से बातचीत को भी रिकार्ड किया है। यह कमेटी डिपार्टमेंट के ज्वाइंट सेक्रेटरी चंद्रकिशोर उरांव की अध्यक्षता में गठित की गई थी।

कमीशन को लैब व दवा दुकान भी तय

रिम्स के अलावा प्राइवेट में देखने वाले डॉक्टरों को न केवल क्लिनिक से कमाई होती है। बल्कि इन डॉक्टरों ने पैथोलॉजी लैब और दवा दुकानें भी तय कर रखी हैं। जहां से मरीजों को जबरन टेस्ट और दवा खरीदने का दबाव बनाया जाता है। आखिर इसमें भी डॉक्टरों को भारी कमीशन मिलता है।

एनपीए नहीं लेने वाले कर सकते हैं प्रैक्टिस

रिम्स में ड्यूटी देने वाले डॉक्टरों को एक फार्म भरना होता है, जिसमें यह लिखा होता है कि अगर वे नन प्रैक्टिसिंग अलाउंस (एनपीए) लेते हैं तो प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं करेंगे। ऐसे में उन्हें डिपार्टमेंट से पेमेंट का 25-30 परसेंट नन प्रैक्टिसिंग अलाउंस के रूप में दिया जाता है। वहीं जो डॉक्टर यह अलाउंस नहीं लेते हैं वे लोग ड्यूटी के बाद प्राइवेट प्रैक्टिस कर सकते हैं।

वाइफ के प्रेस्क्रिप्शन पर लिखते है दवा

रिम्स के कई ऐसे डॉक्टर हैं जो प्राइवेट प्रैक्टिस तो करते हैं। लेकिन अपनी पहचान छिपाने के लिए या तो पत्नी के मेडिकल प्रेस्क्रिप्शन पर दवा लिखते हैं या फिर व्हाइट पेपर पर। जिससे कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल होता है। लेकिन इंस्पेक्शन की खबर मिलते ही इन डॉक्टरों ने मरीजों को देखना बंद कर दिया है। इससे कि मरीज भी परेशान हैं।

Posted By: Inextlive