-वाराणसी-गोरखपुर रूट पर दो सप्ताह से संचालन बंद, कभी-कभी जा रही लखनऊ

-महिला यात्रियों के लिए रोडवेज की ओर से पिछले साल अगस्त महीने में शुरू की गई थी पिंक बस सेवा

देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जितना भी हो-हल्ला हो रहा है बनारस में रोडवेज इसे लेकर गंभीर नहीं है। सुरक्षा के मद्देनजर खासतौर पर महिलाओं के लिए पिंक बस सेवा फ्लॉप साबित हो रही है। वाराणसी से दो अन्य शहरों के लिए दो पिंक बसों का संचालन पिछले साल अगस्त माह में शुरू किया गया था। मौजूदा समय में इनका संचालन लगभग बंद होने के कगार पर पहुंच चुका है। जिससे महिलाओं को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रोडवेज का कहना है कि बसों के संचालन से घाटा हो रहा जिसके चलते इन बसों का संचालन नियमित रूप से नहीं हो पा रहा है।

दो सप्ताह नहीं चली

महिलाओं के लिए खासतौर पर दो पिंक बसों का संचालन दो रूट वाराणसी-गोरखपुर और वाराणसी-लखनऊ के लिए चलायी गयीं। पिंक बस सेवाओं की हालत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि गोरखपुर रूट पर इन बसों का संचालन पिछले दो सप्ताह से बंद है। बनारस से पिंक बस का गोरखपुर के लिए जाने का समय रोजाना रात 10 बजे का तय किया गया है। वहीं लखनऊ के लिए संचालित होने वाली पिंक बस की भी हालत मौजूदा समय में ठीक नहीं है। बनारस से लखनऊ के लिए रवाना होने का इसका समय रोजाना रात में 9 बजे का है। लेकिन लखनऊ जाने वाली बस अक्सर सप्ताह में एक दो बार ही चलती है।

कैसे करें सफर

पिंक बसों के नियमित संचालन नहीं होने से महिला यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिंक बसों में सिर्फ महिलाओं या उनके साथ परिवार को सफर करने अनुमति है। बस में महिला कांस्टेबल की ड्यूटी भी लगायी जाती है। बसों का संचालन नियमित नहीं होने से महिलाओं को पुरुषों के साथ सफर करने को मजबूर होना पड़ता है। वहीं रोडवेज अधिकारियों का कहना है कि

गोरखपुर व लखनऊ रूट पर चलने वाली पिंक बसों में सवारियां कम मिलती है जिसकी वजह से इन बसों का संचालन करने में विभाग को नुकसान हो रहा हैं। इसी के चलते इन बसों का संचालन नियमित नहीं हो पा रहा है।

सुरक्षा के नहीं इंतजाम-

रोडवेज डिपो से चलने वाली ज्यादातर बसों में महिलाओं के सुरक्षा के लिहाज से कोई बेहतर इंतजाम नहंी किए गए है। दरअसल पिंक बसों के अलावा अन्य बसों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने थे। उनमें जीपीएस भी लगाना था लेकिन यह इंतजाम नहीं हो सके। रात्रिसेवा की बसों में कोई सुरक्षाकर्मी भी नहीं रहता है।

पीटॉक

महिलाओं के साथ आए दिन छेड़खानी सहित अन्य आपराधिक घटनाएं हो रही है। पिंक बस का संचालन महिलाओं के लिए सुविधाजनक है। लेकिन इसके नियमित संचालन नहीं होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

गरिमा अग्रवाल, महमूरगंज

महिलाओं के लिए शुरू की गई पिंक बस सेवा का संचालन नियमित रूप से नहीं हो रहा है। इसके चलते आस पास के जिले से आने वाली महिलाओं को रात्रि में सफर करने में दिक्कत होती है।

सौम्या, पांडेयपुर

महिलाएं बसों व ट्रेनों में खुद को असुरक्षित महसूस करती है। बावजूद इसके जिले में संचालित पिंक बस सेवा का संचालन नियमित रूप से नहीं किया जाना लापरवाही है। रोडवेज बसों में महिलाओं की सुरक्षा के ध्यान मे रखते हुए सीसीटीवी कैमरे लगाने चाहिये।

साधना मिश्रा

Posted By: Inextlive