टूटे हाथ के इलाज के लिए भटक रहा दर-दर
आगरा। अपने टूटे हाथ को लेकर अस्पतालों के चक्कर काट रहा है एक बुजुर्ग लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है। वह अपने इलाज को लेकर टेंशन में है। इलाज का खर्चा उसकी जेब से ज्यादा भारी है। पीडि़त मदद के लिए थाने आया था।
पोल गिरने से टूटा था हाथ थाना जगदीशपुरा बेरी का नगला निवासी 70 वर्षीय गोकुल चंद रिक्शा चालक हैं। 20 मार्च को वह रुई की मंडी चौराहे पर सवारी के इंतजार में खड़े थे। वहां से एक सांस्कृतिक यात्रा निकलने वाली थी। उस दौरान वहां काम चल रहा था। अचानक एक पोल उनके ऊपर आकर गिरा। पोल हाथ पर गिरा जिससे हाथ में फै्रक्चर हो गया। इलाज के भटक रहा इधर-उधरपोल गिरने से रिक्शा भी खराब हो गया। वह इलाज के लिए जिला अस्पताल गए। यहां पर एक रुपये का पर्चा बनवाया लेकिन हड्डी जोड़ने के लिए इलाज का खर्चा 11 हजार मांगा गया जो रिक्शा चालक के पास नहीं था। वह वहां से एसएन आ गया यहां पर भी यही परेशानी खड़ी हुई।
13 दिन से घूम रहा है20 तारीख से वह अपने इलाज के लिए टूटा हाथ लिए घूम रहा है लेकिन उसका इलाज नहीं हो पा रहा। उसके पास रुपयों की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। गुरुवार को वह थाना जगदीशपुरा इस आस से पहुंचा था कि शायद पुलिस उसका उपचार करा दे।