देश के संसद भवन पर हुए हमले की आज रविवार को 19वीं बरसी है। 2001 के संसद हमले में जान गंवाने वालों को राष्ट्रपति व पीएम मोदी ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस हमले में पांच आतंकी समेत कुल 14 लोग मारे गए थे। संसद भवन पर हुए हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।

नई दिल्ली (पीटीआई / एएनआई)। भारत के संसद भवन पर हमले की रविवार यानी कि आज 13 दिसंबर 2020 को 19वीं बरसी है। 2001 के संसद हमले में जान गंवाने वालों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर देश के राष्ट्रपति ने रविवार को कहा कि देश उन शहीदों को कृतज्ञतापूर्वक याद करता है जिन्होंने 2001 में आज के दिन संसद का बचाव करते हुए अपने प्राण न्योछावर किए थे। उन्होंने हमारे लोकतंत्र के मंदिर के उन रक्षकों के बलिदान की सराहना करते हुए ट्वीट किया कि हम आतंकवाद की ताकतों को हराने के अपने संकल्प को मजबूत करते हैं।

The nation gratefully remembers the brave martyrs who laid down their lives defending the Parliament on this day in 2001. While commemorating the great sacrifice of those defenders of the temple of our democracy, we strengthen our resolve to defeat the forces of terror.

— President of India (@rashtrapatibhvn) December 13, 2020


भारत हमेशा उनका शुक्रगुजार रहेगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रविवार को ट्वीट कर कहा, हम इस दिन 2001 में अपने संसद पर कायरतापूर्ण हमले को कभी नहीं भूलेंगे। हम उन लोगों की वीरता और बलिदान को याद करते हैं जिन्होंने अपना जीवन खो दिया। भारत हमेशा उनका शुक्रगुजार रहेगा। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 2001 में संसद पर आतंकवादी हमले के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने का एक समारोह आज संसद भवन में होगा।

We will never forget the cowardly attack on our Parliament on this day in 2001. We recall the valour and sacrifice of those who lost their lives protecting our Parliament. India will always be thankful to them.

— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2020
लगभग 40 मिनट बाद यह घटना घटी
13 दिसंबर 2001 को, आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े पांच भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने नई दिल्ली में संसद परिसर में अंधाधुंध गोलीबारी की थी। संसद के स्थगित होने के लगभग 40 मिनट बाद यह घटना घटी और इमारत में लगभग 100 सदस्य मौजूद थे। पाकिस्तान स्थित संगठनों से जुड़े आतंकवादियों के हमले में आठ सुरक्षाकर्मियों सहित नौ लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा पांच आतंकवादी सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए थे।

Posted By: Shweta Mishra