बीते तीन माह से यूपी सरकार को निवेश के जिस शुभ योग का इंतजार था वह बुधवार को राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में नजर आ गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में देश के नामी-गिरामी उद्योगपतियों ने 4.28 लाख करोड़ रुपये के 1045 एमओयू साइन कर यूपी सरकार की निवेश की पोटली को भर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जैसे ही सूबे के बजट के बराबर निवेश आने का ऐलान किया पूरा पंडाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा।


तरक्की का रास्ता यूपी से होकर ही जाएगानीले और नारंगी रंग की रोशनी से नहाए पंडाल में यूपी इंवेस्टर्स समिट का नजारा देख प्रधानमंत्री को भी कहना पड़ा कि देश की तरक्की का रास्ता यूपी से होकर ही जाएगा। उत्साह से लबरेज प्रधानमंत्री ने इस दौरान देश में बनने वाले दो डिफेंस कॉरिडोर में से एक यूपी में बनने की औपचारिक घोषणा भी की। दरअसल यूपी सरकार पिछले तीन महीने से यूपी इंवेस्टर्स समिट की तैयारी कर रही थी। कहना गलत न होगा कि यह देश की सबसे बड़ी इंवेस्टर्स समिट का तमगा भी हासिल करने में सफल रही है। इसकी सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के नामी-गिरामी उद्योगपति आज यूपी सरकार के रेड कारपेट पर चहलकदमी करने को बेताब नजर आ रहे थे। यूपी सरकार के मंत्रियों से लेकर अफसर तक उनका बेहद गर्मजोशी के साथ इस्तकबाल कर रहे थे।



बोलने की कोशिश कर सबका दिल जीत लिया

कार्यक्रम स्थल पर देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी के आने से माहौल बदल गया और उन्हें मंत्रियों और अफसरों ने घेर लिया। उनके अलावा अडानी ग्रुप के गौतम अडानी, बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला, महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के आनंद महिंद्रा, टाटा ग्रुप के एन। चंद्रशेखरन, अपोलो की शोभना कामिनेनी, फिक्की के रशेश शाह की मौजूदगी ने अपनी मौजूदगी से समिट के माहौल में चार चांद लगा दिए। फिर बारी आई मॉरीशस के रक्षा मंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ की, जिन्होंने हिंदी में चंद लाइनें बोलने की कोशिश कर सबका दिल जीत लिया। उन्होंने यूपी के साथ खून का रिश्ता बताकर न केवल मॉरीशस और भारत के रिश्तों को मजबूत किया बल्कि अगले साल होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए नई राह भी दिखाई।केंद्रीय मंत्रियों का जमावड़ा भी देखने को मिला
समिट के पहले दिन इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी को तरक्की की राह पर ले जाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को केंद्रीय मंत्रियों का जमावड़ा भी देखने को मिला। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा सुरेश प्रभु, नितिन गडकरी, आरके सिंह, मनोज सिन्हा, सुधांशु त्रिवेदी, डॉ। महेश शर्मा, अनुप्रिया पटेल, कलराज मिश्र, शिव प्रताप शुक्ला, जगदंबिका पाल जैसे दिग्गज मंत्रियों और नेताओं ने यूपी सरकार के इस आयोजन का सफल बनाने के लिए अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। कार्यक्रम की शुरुआत में बदलते यूपी की तस्वीर पेश करती हुए एक थीम आधारित वीडियो भी दिखाया गया जिससे साफ लग रहा था कि यूपी सरकार इस बार प्रदेश को देश के बाकी राज्यों के साथ मुकाबले पर खड़ा करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। टीसीएस के लिए खुशियों की सौगातइंवेस्टर्स समिट का दिन लखनऊ के टीसीएस के कर्मचारियों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया। टाटा संस के चेयरमैन एन। चंद्रशेखरन ने अपने संबोधन में कहा कि वह लखनऊ टीसीएस की यूनिट को बंद नहीं करने जा रहे। टीसीएस के कर्मचारियों की समस्या को देखते हुए इसके लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनसे अनुरोध किया था। ध्यान रहे कि करीब एक साल से टीसीएस कर्मी बंदी के डर से परेशान थे जिन्हें आज बड़ी राहत मिल गयी है। समिट में विदेश मेहमानों में छह पार्टनर देश जापान, फिनलैंड, नीदरलैंड, स्लोवाकिया, चेक रिपब्लिक और मॉरिशस के प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद थे। कार्यक्रम स्थल पर हिंदी में होने वाले भाषणों को इंग्लिश में समझने के लिए इंटरप्रिटेशन की सुविधा के साथ उन्हें हेडफोन भी दिए गये थे।  UP Investors Summit : वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत रोजगार देने के लिए करोड़ रुपये के करार, जानें आपके जिले में क्या बनेगाकंपनी                  एमओयू (करोड़ में)अडानी                       37,500 बिड़ला                       25,000एस्सेल(जी ग्रुप)            18,500सोलारिया इंफ्रा              16,000पवाना वॉटर सॉल्यूशंस      12,000बीएचईएल                  12,000सीआईडीबी होल्डिंग        12,000
रिलायंस जिओ इंफाकाम    10,000हिंदुजा                       10,000रिन्यू पावर वेंचर्स            8,000एज्यूर पावर                 6,000टॉरेट पॉवर                 6,000एनएईसी                    5,000लूलू ग्रुप                    4,700वेव                          4,250एमके एरोमेटिक्स           4,000टेक्नो इलेक्ट्रिक्स           4,000टॉप पब्लिक अंडरटेकिंग एमओयूएकेआईसी डीसी           35,000डीएफसीसीआईएल        16,105 टीएचडीसीआईएल         12,000बीएचईएल                 12,000मथुरा रिफाइनरी एक्सपेंशन  8,700डीएमआईसी डीसी          5,000आईओसीएल               1,500गेल एक्सपेंशन              1,200एचपीसीएल                 700इफ्को                       350डीएफसीसीआईएल        16,105

Posted By: Shweta Mishra