- बैन के बावजूद सिटी से हो रहा गाजीपुर जाने वाली बसों का संचालन, ट्रैफिक जाम की बन रहीं वजह

- एक्स एसएसपी अजय मिश्रा की पहल पर इन बसों के लिए आशापुर में बनाया गया था बस स्टैड

सिटी के पूर्व एसएसपी अजय मिश्रा ने जाम को कम करने के लिए एक व्यवस्था बनायी थी। उन्होंने गाजीपुर जाने वाली बड़ी-बड़ी प्राइवेट बसों का सिटी में प्रवेश बैन कर दिया था। इन बसों के लिए सारनाथ में स्टैंड भी बनाया गया था। लेकिन इस व्यवस्था को बसें रौंदते हुए फिर से सिटी में आ जा रही हैं। संस्कृत यूनिवर्सिटी के पास इन बसों का जमावड़ा लगा रहता है। जिसकी वजह से कई एरिया में जाम लगता है। वहीं न तो इन बसों पर ट्रैफिक पुलिस की नजर जा रही है और न ही आरटीओ इनको रोक पा रहा है।

शहर की सड़कें सकरी होने के साथ ही अतिक्रमण की भी शिकार हैं। जिसकी वजह से शहर में थोड़ा सा टै्रफिक बढ़ने से जाम लग जाता है। दिक्कत तब और बढ़ जाती है जब बड़े वाहन शहर में आ जाते हैं। गाजीपुर आने-जाने वाली रोजाना करीब 25 से 30 बसें चौकाघाट से चलती हैं। जिसकी वजह से पूरा इलाका जाम की चपेट में रहता था। इसी को ध्यान में रखते हुए पूर्व एसएसपी अजय मिश्रा ने इन बसों को सिटी में आने से रोक दिया था। इनके संचालन के लिए आशापुर में स्टैंड बनाया गया। बसों पर बैन का असर भी दिखा था। जहां जाम कम हुआ था वहीं, रोडवेज बसों को पैसेंजर्स भी मिलने लगे थे। जब तक अजय मिश्रा यहां थे तो ये बसें शहर में नहीं आयीं। लेकिन उनके ट्रांसफर होते ही बसों का फिर से शहर में अड्डा बन गया। ये बसें तेलियाबाग से होते हुए चौकाघाट, मकबूल आलम रोड, पांडेयपुर काली मंदिर पहडि़या आशापुर से गुजरती हैं।

किसने दिया परमिशन

बैन के बावजूद ये बसें कैसे शहर में आ रही हैं ये सवाल जिम्मेदार अधिकारियों पर सवाल खड़ा कर रहा है। आखिर इन बसों को किसने परमिशन दिया। अगर नहीं दिया तो इन पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। जबकि इनकी वजह से रोजाना शहर जाम की जद में आ रहा है।

सिटी में जाम की समस्या बहुत जटिल है। सिटी के अंदर से बड़े वाहनों का संचालन पूरी तरह से बैन है। मैं इन बसों के बारे में जानकारी लूंगा। उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

हरिशंकर सिंह, आरटीओ वाराणसी

Posted By: Inextlive