जी 20 सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को दावा किया कि आईएस को 40 देशों से आर्थिक मदद मिलती है। इनमें जी 20 के कुछ सदस्य देश भी शामिल हैं।

जी-20 सममेलन में साझा की जानकारी
पेरिस आतंकी हमलों के बाद जब जी-20 देशों के सम्मेलन में भी आतंकवाद और इस्लामिक स्टेट के बढ़ते खतरे का मुद्दा छाया हुआ था तब इस मामले पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी अपने विचार व्यक्त किए। समूह के देशों के साथ आईएस पर खुफिया जानकारी साझा करते हुए उन्होंने यह बात कही। उन्होंने दावा किया कि उनके पास आंकड़े हैं जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि आईएस तक 40 मुल्कों से पैसा पहुंच रहा है। इसमें जी-20 समूह के उनके साथी देश भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आईएस तेल का गैरकानूनी कारोबार करता है, जिसे तत्काल खत्म करने की जरूरत है। उन्होंने अंतरिक्ष से ली गई कुछ तस्वीरें भी साझा की। तस्वीरों से पता चलता है कि आईएस कितने बड़े पैमाने पर पेट्रोलियम उत्पादों की कालाबाजारी कर रहा है। सेटेलाइट और ड्रोन से ली गई तस्वीरों में तेल लेने के लिए कई किमी लंबी गाडिय़ों का काफिला दिखाई दे रहा है। 

ओबामा ने कहा सही है अमेरिकी नीति
इस बीच सममेलन में मौजूद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिकी रणनीति सही है। आईएस के खिलाफ लड़ाई का मतलब ये नहीं है कि मुस्लिम शरणार्थियों को दूसरे मुल्क अपने यहां पनाह न दें। अमेरिका ने आईएस के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को बढ़ाए जाने से इंकार कर दिया। बराक ओबामा ने कहा कि सीरिया में आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के लिए हवाई हमलों को और बढ़ाया जाएगा। हालांकि आतंकियों का पूरी तरह से खात्मा करने में समय लगेगा। उन्होंने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ लोग पेरिस हमले की आड़ में राजनीतिक मकसद पूरा करना चाहते हैं।
सीरिया पर जमीनी कार्यवाही से इंकार
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आईएस के खिलाफ हमलों की रणनीति में बड़े बदलाव की संभावनाओं को खारिज कर दिया है। सीरिया में आतंकी संगठन के खिलाफ जमीनी कार्रवाई से इन्कार करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी भूल होगी। जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान वे सोमवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अमेरिकी गठबंधन सीरिया में आतंकियों के खिलाफ मौजूदा रणनीति की दिशा बदलने की बजाय हमलों में तेजी लाएगा। आईएस के खिलाफ जंग को सीरिया और इराक की सीमा से बाहर ले जाने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन के लिए दुनिया में कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं रहने दिया जाएगा।

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Posted By: Molly Seth