पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बारिश और बाढ़ से भारी तबाही मची है। अब तक विभिन्न स्थानों पर 53 लोगों की जानें जा चुकी हैं। यहां बारिश से कोलकाता हावड़ा व सियालदह स्टेशनों पर पटरियां पानी में डूबी हुई हैं। कोलकाता स्टेशन पर ट्रेन सेवाएं पूरी तरह ठप हो गई हैं। राज्य में बाढ़ से सात लाख लोग प्रभावित हुए हैं। चक्रवाती तूफान 'कोमेन' के कमजोर पड़ने के बाद भी दक्षिण बंगाल में शनिवार की तरह रविवार को भी भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा ओडिशा में भी लाखों लोग प्रभावित है।


सर्वाधिक प्रभावित इलाके


कोलकाता में शुक्रवार शाम से हो रही मूसलाधार बारिश से ज्यादातर इलाकों में पानी भर गया है। पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुड़ा, हावड़ा, उत्तर 24 परगना, हुगली, वीरभूम, मुर्शिदाबाद, नदिया और ब‌र्द्धमान जिलों में सबसे ज्यादा असर है। उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर, ब‌र्द्धमान, बांकुड़ा, वीरभूम, हावड़ा, हुगली व नदिया बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित इलाके हैं। अजय नदी कटवा और ब‌र्द्धमान जिले में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वीरभूम में हाइवे पर पानी चढ़ जाने से एक के बाद एक सात ट्रक पानी में बहकर नीचे खेत में चले गये। बांकुड़ा में एक बस तेज धार में बह गई, हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।सरकार की ओर से बाढ़ की वजह से मरने वालों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। करीब 40 हजार लोगों ने एक हजार राहत शिविरों में शरण ले रखी है। 24 घंटे का हेल्पलाइन नंबर 1070 जारी किया गया है। कई जिले पानी-पानी हो गए

बाढ़ से सात लाख लोग बेघर हो गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान भी भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। कोमेन तूफान के कारण हो रही मूसलाधार बारिश से झारखंड के कई जिले पानी-पानी हो गए हैं। ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। चतरा में बाढ़ के कारण सौ से अधिक गांव टापू बन गए हैं। इन गांवों में पिछले दो दिनों से आवागमन पूरी तरह से ठप है। पलामू के रांकीकला के खैराही मुख्य मार्ग पर बना पुल शुक्रवार की देर शाम बह गया। प्रशासन इसकी मरम्मत की कवायद में जुटा है। कोमेन चक्रवातीय तूफान का असर रविवार और सोमवार को भी जारी रहेगा।

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Posted By: Shweta Mishra