-तीन दिनों से लगातार होती रही बारिश

-शहर के तमाम इलाके हुए पानी से लबालब

लौटते मानसून ने ऐसा कहर बरपाया कि बनारस के लोग शहर में कैद होकर रह गए। आसमान से बादल छटे ही नहीं और बारिश थमी ही नहीं। पिछले तीन दिन से ज्यादातर लोग घर में रहकर ही बारिश थमने का इंतजार करते रहे। गुरुवार से शुरू हुई बारिश शनिवार को भी दिन-रात होती रही। आसमान से इतना पानी गिरा कि सड़कों पर समंदर के होने का एहसास होने लगा। मकानों-दुकानों में पानी घुस गया।

नहीं बचा कोई इलाका

जिस रविन्द्रपुरी इलाके में पीएम का ससंदीय कार्यालय है उसकी हालत यह है कि रविंद्रपुरी इलाका दूसरे दिन शनिवार को भी जलमग्न रहा। पदमश्री चौराहे से संत कीनाराम आश्रम तक रोड के दोनों साइड सड़क पानी में डूबा रहा। इसी में लोग आते-जाते रहे। कार सवारों से लेकर बाइक सवार तक फंसते रहे। जिनकी गाड़ी बंद वो धक्का लगाने को मजबूर हुए। कबीरचौरा इलाके में तो कबीर मठ के आगे सड़क के डिवाइडर दोनों ओर से पानी में डूब गए। इसके चलते महिला अस्पताल व मंडलीय अस्पताल जाने वालों को बहुत परेशानियां हुई। पानी इतना था कि ऑटो व ई रिक्शा भी बंद हो जा रहे थे। फोर व्हीलर व एंबुलेंस बड़ी मुश्किल से निकल पा रहे थे।

कई जगह हुए हादसे

बीएचयू एसएस हॉस्पिटल में तो पर्ची काउंटर के बाहर कमर जितना पानी लगा रहा। वार्डो में पानी टकपता रहा। कई मरीज तो सिर्फ पानी भरा हुआ देख वापस लौट गए। उधर, कैंपस में ही ऑटो पर पेड़ गिर गया। हादसे में चालक व एक यात्री घायल हुआ जिसे सुरक्षाकर्मियों व राहगीरों ने अस्पताल भेजवाया। मंडुवाडीह इलाके के चांदपुर में मकान ढह गया। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। कबीरचौरा स्थित जालपा देवी रोड पर एक मकान का बारजा गिर जाने से नीचे खड़ी आधा दर्जन बाइक-स्कूटी क्षतिग्रस्त हो गई। रामनगर थाना एरिया में मकान गिरने से पीएसी के चार घोड़े जख्मी हो गए।

Posted By: Inextlive