राजनाथ सिंह और एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच व्यापार सहित विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर हुई प्रगति पर चर्चा की। बता दें कि दोनों नेता टू प्लस टू वार्ता के लिए अमेरिका पहुंचे हैं।


वाशिंगटन (एएनआई)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच व्यापार सहित विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर हुई प्रगति पर चर्चा की। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जयशंकर ने कहा, 'हमने डोनाल्ड ट्रंप से शिष्टाचार भेंट की। कुछ विषय सामने आए। विभिन्न मुद्दों पर प्रगति कैसे हुई, इस पर कुछ चर्चा हुई। व्यापार पर कुछ चर्चा हुई। हमने उन्हें वो बातें बताई, जिनपर 2+2 (मंत्रिस्तरीय संवाद) में चर्चा की गई थी।' 30 मिनट की लंबी बैठक के दौरान ट्रम्प ने इस वर्ष की शुरुआत में ह्यूस्टन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मेगा हाउडी मोदी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति को याद किया। बता दें कि बुधवार को वाशिंगटन में उच्च स्तरीय 2+2 संवाद हुआ और इसमें सिंह, जयशंकर और उनके अमेरिकी समकक्ष, माइक पोंपियो और अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क ओशो ने भाग लिया।


अमेरिका में विदेश मंत्री जयशंकर बोले, कश्मीर में विकास शुरू होते ही पाक का 70 साल का मंसूबा धरा का धरा रह जाएगाप्रमिला जयपाल से नहीं मिलेंगे जयशंकर

इसके अलावा, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि उन्हें भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल से मिलने में कोई रुचि नहीं है, जिन्होंने अमेरिकी संसद के सदन में जम्मू और कश्मीर में प्रतिबंधों को समाप्त करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया था। जयशंकर ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह प्रस्ताव न तो जम्मू और कश्मीर में स्थिति की उचित समझ प्रदान करता है और न ही तो उन कामों को दर्शाता है, जो भारत सरकार उस क्षेत्र में कर रही है। उन्होंने कहा, 'मैं ड्राफ्ट प्रस्ताव से अवगत हूं। मुझे नहीं लगता कि यह जम्मू-कश्मीर की स्थिति की निष्पक्ष समझ है या भारत सरकार क्या कर रही है, इसके बारे में दर्शाता है। मुझे उनसे मिलने में कोई दिलचस्पी नहीं है।'

Posted By: Mukul Kumar