Padmaavat Movie review: विवाद से अलग खूबसूरत कहानी है पद्मावत जो राजपूती शान के साथ कराती है सपनों की सैर
लार्जर देन लाइफ सिनेमासंजय लीला भंसाली हमेशा से ही लार्जर देन लाइफ सिनेमा बनाते रहे हैं। लेकिन पद्मावत उनके जीवन की सबसे बड़ी फिल्म है। भारतीय सिनेमा के इतिहास में इतनी भव्य फिल्म अभी तक शायद ही कोई हो। शायद पहली बार ऐसी फिल्म देखने मिलेगी। इतनी भव्यता में भी संजय लीला भंसाली हर एक दृश्य की छोटी-छोटी डिटेल्स पर बारीकी से काम करते नज़र आते हैं।
परफॉर्मेस लेवल पर बात करें तो दीपिका पादुकोण ने रानी पद्मीनी की हर एक चीज को इतना बखूबी आत्मसात किया है कि आप एक बार भूल जाते हैं कि ये दीपिका हैं। वो हर दृष्य में रानी पद्मीनी ही लगती हैं। वही महारावल रतन सिंह बने शाहिद कपूर ने इस किरदार के लिए जमकर मेहनत की जो पर्दे पर साफ नज़र आती है। लेकिन, इन सब में उभर कर आता है खलनायकी किरदार यानी अलाउद्दीन खिलजी का। रणवीर सिंह को अभी तक नायक के किरदारों में देखा और पसंद किया है। पहली बार वो एक खलनायकी किरदार में हमारे सामने आए हैं और उन्होंने किस ढंग से खलनायक को गढ़ा है वो वाकई तारीफे काबिल है। इन तीनों मुख्य पात्रों के अलावा वेटरन एक्टर रज़ा मुराद की अदायगी भी अब्बल दर्जे की है। जलालुद्दीन खिलज़ी के किरदार को उन्होंने अपने अंदाज़ में जीवंत कर दिया है! साथ ही मेह्रुनिषा के किरदार में अदिति राव हैदरी ने भी कमाल का प्रदर्शन किया है। सभी किरदार अपने लिए एक अलग ही आभार रचते हैं और उसमें सफल भी नज़र आते हैं।