फिल्‍म 'पद्मावती' को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। एक ओर जहां करणी सेना फिल्‍म पर रोक की मांग कर रहीं। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने फिल्‍म बैन करने से मना कर दिया। फिल्‍म निर्देशक संजय लीला भंसाली के लिए यह समय काफी कठिन है। वैसे यह फिल्‍म 1 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी।


किस बात को लेकर है विरोधदीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म 'पद्मावती' पर विवाद गहराता जा रहा है। भंसाली पर आरोप लगाया जा रहा कि उन्होंने रानी पद्मावती के शौर्य गाथा के साथ खिलवाड़ किया है। लोगों को फिल्म में अलाउदीन खिलजी और रानी पद्मावती के कथित ड्रामा सीक्वेंस पर आपत्ति है। पूर्व राजपरिवारों की ओर से फिल्म में रानी पद्मावती के फिल्मांकन पर आपत्ति की गई है। वहीं घूमर डांस में पुरुष की मौजूदगी, रानी के ड्रेस और राजस्थान की संस्कृति पर भी आपत्तियां दर्ज कराई गई हैं। राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने हिंदू मूल्यों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।कहां हैं रानी का महल
रानी पद्मिनी का महल राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित है। यह एक छोटा महल है, जो पानी के बीचों-बीच में बना हुआ है। इस महल को 'जनाना महल' भी कहते हैं, इसके बगल में एक बड़ा महल है जिसे 'मर्दाना महल' कहा जाता था। मर्दाना महल के एक कमरे में विशाल दर्पण इस तरह से लगा कि यहां से झील के मध्य बने जनाना महल की सीढ़ियों पर खड़े किसी भी व्यक्ित का स्पष्ट प्रतिबिंब दर्पण में नजर आता है। कहा जाता है अलाउद्दीन खिलजी ने यहीं खड़े होकर रानी पद्मावती का प्रतिबिंब देखा था।


यहां लगा था वो शीशामर्दाना महल के अंदर एक कमरे के अंदर आज भी शीशे लगे हैं। जिसमें जनाना महल में खड़े व्यक्ति की छवि दिखाई देती है। दूर-दूर से पर्यटक इस दर्पण को देखने यहां आते हैं।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari