वेटिकन से पोप फ्रांसिस की मंजूरी का संदेश मिलने के साथ ही ये सुनिश्‍चित हो गया है कि मदर टेरेसा के नाम से प्रसिद्ध मिशनरी ऑफ चैरिटी की संस्‍थापक अब जल्‍दी ही संत टेरेसा के नाम से जानी जायेंगी।


मिशनरी के प्रवक्ता ने दी सूचना ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने भारतीय मदर टेरेसा के दूसरे चमत्कार को मान्यता दे दी है। इस मान्यता के बाद अगले साल उन्हें संत बनाए जाने का रास्ता साफ हो गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार 2016 में यानि अगले वर्षमदर टेरेसा को संत की उपाधि दी जा सकती है। ये जानकारी मिशनरीज ऑफ चैरिटी की प्रवक्ता सुनीता कुमार ने दी है और बताया कि मदर टेरेसा को संत घोषित किया जाएगा।मदर के दूसरे चमत्कार को मान्यता देने के बाद उपाधि को मिली मंजूरी


इतालवी कैथोलिक कॉन्फ्रेंस के अखबार एवेनर के अनुसार, मदर टेरेसा को ये उपाधि देने की स्वीकृति उनके दूसरे चमत्कार को मान्यता मिलेन के बाद प्राप्त हुई है। ये चमत्कार कई ब्रेन ट्यूमर्स से पीड़ित एक ब्राजीली शख्स के उपचार से जुड़ा है। जिसे मदर ने निजात दिलाई थी। आपको बता दें पोप जॉन पॉल द्वितीय ने मदर टेरेसा को वर्ष 2003 में तब ‘धन्य’ घोषित किया था जब उनका पहला चमत्कार सामने आया था। इस चमत्कार में एक महिला को मदर के चमत्कार से पेट के ट्‌यूमर से मुक्ति मिली थी। चमत्कारों को मान्यता मिलना और धन्य घोषित करना, संत बनाए जाने की प्रक्रिया का पहला चरण है।मिल चुका है नोबल शांति पुरस्कार

मदर टेरेसा को कोलकाता की झुग्गियों में उनके काम के लिए शांति के नोबल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। मदर टेरेसा को दुनिया भर में उनकी चैरिटी के लिए जाना जाता है। उनका 1997  में 87 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था।

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Posted By: Molly Seth