MS Dhoni whose leadership has been under fire needs to arrest the slide and switch gears for a format which appears suited to the Indian team - hard-hitting batsmen restrictive bowlers and a wait-and-watch style of captaincy.


जिस टेस्ट सीरीज को बदले की सीरीज का नाम दिया जा रहा था, उसमें इंगलैंड ने टीम इंडिया पर पलटवार करते हुए उसे 2-1 से धो दिया. अब टेस्ट के बाद टी20 की बारी है. इंडिया और इंग्लैंड के बीच 2 टी20 मैचों की सीरीज का पहला मैच गुरुवार को पुणे में खेला जाएगा. टीम इंडिया इस मैच को जीतकर टेस्ट सीरीज में मिली हार का बदला लेना चाहेगी. युवाओं ने बदला टीम का चेहरा टेस्ट और टी20 में काफी अंतर देखने को मिल रहा है. इस टीम में कई नए चेहरे हैं जो टीम को जीत दिलाने के लिए बेताब होंगे. सहवाग की जगह गंभीर के ओपनिंग पार्टनर अजिंक्या रेहाणे होंगे. इसके अलाव सिक्सर चैंपियन युवराज सिंह भी टी20 में वापसी कर रहे हैं. इसके अलावा रोहित शर्मा, सुरेश रैना, अंबाती रायडू और रवींद्र जडेजा भी टीम में शामिल होंगे. कैप्टन धोनी भी तेज तर्रार इनिंग खेलना चाहेंगे.


बॉलिंग हो सकती है कमजोर कड़ी

टेस्ट की तरह टी20 में बॉलिंग टीम इंडिया की कमजोर कड़ी साबित हो सकती है. टीम इंडिया के पास कोई भी एक्सपीरियेंस्ड बॉलर नहीं है. स्िपन अटैक की कमान आर अश्िवन और ऑल राउंडर रवींद्र जडेजा के हाथ में होगी. वहीं फास्ट बॉलिंग में परिवंदर अवाना, मिथुन मिनहास और अशोक डिंडा आजमाए जा सकते हैं. इनमें से किसी भी बॉलर के पास एक्सपीरिएंस नहीं है जो टीम इंडिया को मुश्िकल में डाल सकता है. इंग्लैंड में भी हैं नए चेहरे इंग्लैंड की टीम में भी कई नए चेहरे शामिल हैं. उनकी टी20 टीम टेस्ट टीम से बिल्कुल अलग है. स्टुअर्ट ब्रॉड के इंजर्ड होने की वजह से मॉर्गन टीम के कैप्टन होंगे. टीम में जॉन बेरिस्टो, ल्यूक राइट और एलेक्स हिल्स जैसे बैट्समैन हैं. इंग्लैंड की युवा टीम काफी बैलेंसिंग लग रही है.

Posted By: Garima Shukla