अमरीका में सीनेट की एक समिति ने सीरिया में सैन्य बल के इस्तेमाल को मंज़ूरी दे दी है. अमरीका का आरोप है कि सीरिया ने अपने ही नागरिकों पर रासायनिक हमले किए हैं.


विदेशी मामलों की सीनेट की समिति ने सात के मुक़ाबले 10 मतों से इसे स्वीकृति दी. लेकिन अब ये प्रस्ताव सीनेट में मंज़ूरी के लिए जाएगा.नेट की विदेश मामलों की समिति में यह मंज़ूरी ऐसे समय आई है, जब अमरीका के राष्ट्रपति क्लिक करें बराक ओबामा सीरिया में सैनिक कार्रवाई को लेकर समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं.इस प्रस्ताव में सीरिया में सीमित सैनिक कार्रवाई की बात है और ये भी कहा गया है कि अमरीका अपनी सेना को सीरिया की ज़मीन पर नहीं उतारेगा.मतदानआरोप है कि दमिश्क के बाहरी इलाक़े में रासायनिक हमले हुएसीरिया की बशर अल असद सरकार पर आरोप है कि 21 अगस्त को उसने दमिश्क के बाहरी इलाक़े में अपने ही नागरिकों पर रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया.


अमरीका का दावा है कि इस हमले में 1429 लोग मारे गए, हालाँकि अन्य देश और संगठन इस संख्या को कम मानते हैं. अमरीका का ये भी कहना है कि सभी सबूत इस ओर इशारा करते हैं कि सरकारी सेना ने ही रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया.

इस बीच स्वीडन में एक संवाददाता सम्मेलन में अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि जो सबूत मिले हैं, वे इसका पूरा भरोसा दिलाते हैं कि राष्ट्रपति असद ने ही ये हमले करवाए.उन्होंने भरोसा जताया कि अमरीकी कांग्रेस सीरिया में हस्तक्षेप को मंज़ूरी देता, लेकिन उन्होंने इस पर भी ज़ोर दिया कि कमांडर इन चीफ़ होने के नाते देशहित में कार्रवाई का फ़ैसला करने का अधिकार उनके पास है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh