- सौंदर्यीकरण के नाम पर पेटिंग कर चमका दिया, पब्लिक की सुविधा का नहीं रखा ध्यान

- कैंपस में जगह नहीं रोड पर थानों का अतिक्रमण

LUCKNOW : राजधानी के थानों को चमकाने के लिए सरकार ने खासा बजट जारी किया। इस बजट से शहर के थाने तो चमक गये, लेकिन अंदर जाने पर बुनियादी सुविधाओं का टोटा आज भी जस का तस नजर आता है। बजट से थानों का रंग रोगन किया गया। वहीं पुलिस के बैठने की सुविधा तो की गई, लेकिन फरियादियों के लिए आज भी कोई व्यवस्था नहीं है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने जब थानों का रियल्टी चेक किया तो कुछ ऐसी बुनियादी सुविधाओं का यहां अभाव दिखा, पेश है रिपोर्ट।

खर्च हुए हजारों, लेकिन सब बेकार

थाना हुसैनगंज, समय- 12:10

कुछ साल पहले हुसैनगंज थाने की बिल्डिंग बनी। बहुमंजिला इमारत में पुलिस के बैठने की व्यवस्था तो है, लेकिन न तो फरियादियों के बैठने की व्यवस्था है और ना ही उनकी गाडि़यां खड़ी करने के लिए कोई जगह है। मतलब अपनी सुरक्षा खुद करें का स्लोगन यहां फीट है। थाने में नोटिस बोर्ड से लेकर बाथरूम तक की हालत खस्ता है। महिला टॉयलेट तो दूर पुरुष टॉयलेट की हालत खराब है। महिला पीडि़ता के लिए महिला डेस्क तक नहीं है। थाने के सौंदर्यीकरण के लिए 2019 में विभाग की तरफ से 33 हजार रुपये का बजट जारी हुआ था।

थाने के बाहर बनाया मीटिंग हाल

थाना गौतमपल्ली, समय 12:30

प्रदेश में थाना गौतमपल्ली सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। यहां सीएम आवास से लेकर कई बड़े राजनेताओं के आवास व पार्टी कार्यालय हैं। थाना का कैंपस इतना छोटा है कि उनके पास खुद की हवालात तक नहीं है। उधार की हवालात में पकड़े जाने वाले मुल्जिमों को रखा जाता है। कैंपस इतना छोटा है कि न पब्लिक के साथ मीटिंग हो सकती है और न ही डेस्क बनाई जा सकती है। मजबूरी में थाने के बाहर अतिक्रमण कर अस्थाई मीटिंग हाल बनाया गया है। साल 2019 में थाने को सौंदर्यीकरण के लिए करीब 33 हजार रुपये का बजट मिला था, जिसे रंग रोगन में खर्च किया गया।

नहीं बैठने के लिए है कोई व्यवस्था

थाना हजरतगंज, समय 12:50

शहर का सबसे वीवीआईपी माने जाने वाले हजरतगंज थाना को सबसे ज्यादा बजट दिया गया था। करीब दो साल से थाने के सौंदर्यीकरण का दावा था। हालांकि हकीकत यह है कि पब्लिक के बैठने के लिए टीन शेड तो बना दिया गया, लेकिन उसके नीचे पब्लिक के बैठने की व्यवस्था तक नहीं गई है। आलम यह है कि टीन शेड के नीचे आवारा जानवरों ने अपना ठिकाना बना लिया। यहीं नहीं थाना परिसर में आने वाली पीडि़ता व महिला कर्मचारियों के लिए महिला टॉयलेट तक नहीं है। इस कैंपस में हजरतगंज थाने के साथ पुलिस के कई और ऑफिस भी हैं।

उधार की बिल्डिंग में चल रहा थाना

थाना विकासनगर, समय 2:10

उधार की बिल्डिंग में चल रहा विकास नगर थाना खुद अतिक्रमण करे हुए है। थाने की बिल्डिंग का रंग रोगन तो किया गया, लेकिन पुराने वाहन पीजीआई के कल्ली पश्चिम में नहीं भेजे गये। रोड किनारे फुटपाथ पर अतिक्रमण करके वाहनों को सड़ने के लिए छोड़ दिया। थाने में महिला हेल्प डेस्क तो दूर पब्लिक के बैठने के लिए कोई सुविधा नहीं है।

Posted By: Inextlive