- स्मार्ट मीटर में सामने आ रहे शॉर्ट सर्किट के मामले

- बिजली विभाग के मीटर सेक्शन में दर्ज हुईं 400 से अधिक कंप्लेंस

GORAKHPUR: सिटी में स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद पब्लिक के लिए सुविधा कम मुसीबत ज्यादा बन गई है। 1.75 लाख कनेक्शनों पर स्मार्ट मीटर लगाने वाली एलएंडटी कंपनी की लापरवाही ने कंज्यूमर्स के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। तमाम एरियाज से स्मार्ट मीटर में शॉर्ट सर्किट होने के चलते घरों की लाइट गुल हो जाने की कंप्लेंस आ रही हैं। अब तक इस तरह की करीब 400 कंप्लेंस बिजली विभाग के मीटर सेक्शन में दर्ज हो चुकी हैं। लाइट गुल होने के बाद कंज्यूमर्स को बिजली ऑफिस व एलएंडटी कंपनी के ऑफिस की भागदौड़ करनी पड़ रही है। परेशानहाल लोगों का ये भी कहना है कि बिजली कर्मचारी स्मार्ट मीटर के जले तार को बदलने से इनकार कर दे रहे हैं।

गलत कसे केबल, उड़ जा रही लाइन

एनर्जी एफिसिएंशी एजेंसी से स्मार्ट मीटर लगाने की जिम्मेदारी लेकर एलएंडटी कंपनी ने स्थानीय फर्मो को डिवीजन वार सौंपी है। इन फर्मो ने अंट्रेंड इंप्लॉइज को मीटर लगाने के लिए रख लिया है। मीटर में सर्विस केबल व आउटगोइंग केबल सही तरीके से नहीं कसे जाने के कारण मीटर्स में शॉर्ट सर्किट हो जा रहा है। मीटर परीक्षण डिवीजन की लैब के इंप्लॉइज व जेई का कहना है कि दो महीने से डेली छह से सात कंप्लेंस स्मार्ट मीटर में शॉर्ट सर्किट से लाइट गुल होने की आ रही हैं।

कंपनी से करिए बात, वही लगाएगी सील

इंप्लॉज का कहना है कि ऑफिस के बाहर टोल फ्री नंबर 1912 व एलएंडटी कंपनी की टेक्निकल टीम का नंबर चस्पा कर दिया है। कंज्यूमर्स के आने पर सलाह देते हैं कि इस नंबर पर कॉल करें। शॉर्ट सर्किट के मामले में बिना मीटर की सील तोड़े तार जोड़ा नहीं जा सकता है। ऐसे में बिजली विभाग कुछ नहीं कर सकता है। जो कंपनी मीटर लगा रही है, वही सील भी लगा रही है। वही उसे तोड़कर दूसरी सील भी लगाएगी। साथ ही कंज्यूमर को सील पेपर भी देगी।

- टोल फ्री नंबर 1912 पर कंप्लेन दर्ज कराने के बाद तीन दिन में ठीक हो रही समस्या

- सिटी के लगभग 400 घरों के स्मार्ट मीटर में शॉर्ट सर्किट की कंप्लेन

- सिटी में लगाए जा चुके हैं स्मार्ट मीटर लगभग 38000

केस 1

नवंबर 2019 के आखिरी हफ्ते में झारखंडी आवास विकास की रहने वाली माया त्रिपाठी के घरेलू कनेक्शन में एलएंडटी के ठेकेदार ने पुराना मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाया। लेकिन कुछ ही दिन में शॉर्ट सर्किट से आउटगोइंग का तार टूट गया जिससे लाइट गुल हो गई। इसकी कंप्लेन जेई से की गई। टोल फ्री नंबर 1912 पर भी कंप्लेन दर्ज कराई गई। रातभर परिवार के सदस्य अंधेरे में रहे। सुबह टीम पहुंची तो सील तोड़कर तार को जोड़ने का काम कर सप्लाई चालू कराई। साथ ही मीटर पेपर भी दिए।

केस 2

दो जनवरी 2020 को झरना टोला टीचर्स कॉलोनी की मालती देवी के घरेलू कनेक्शन पर एलएंडटी कंपनी के ठेकेदार के इंप्लॉइज ने स्मार्ट मीटर लगाया। हफ्ते भर बाद घर की लाइट गुल हो गई। कंज्यूमर ने बिजली कर्मचारियों से कंप्लेन की लेकिन उन्होंने इसे ठीक कराने से इनकार कर दिया। स्मार्ट मीटर में शॉर्ट सर्किट से इनकमिंग तार टूट गया था। टोल फ्री नंबर पर कॉल किया गया। तीन दिन तक कंज्यूमर को बिना बिजली रहना पड़ा। इसके बाद एजेंसी की मेंटेनेंस टीम ने लाइट दुरुस्त कराई।

वर्जन

डेली पांच से सात कंज्यूमर्स की कंप्लेन स्मार्ट मीटर शॉर्ट सर्किट व तार जलने की आती है। कंज्यूमर टोल फ्री नंबर पर कंप्लेन दर्ज कराने की बजाए सीधे बिजली विभाग के इंप्लॉइज व जेई से संपर्क करते हैं। हमारे पास जो कॉल आते हैं, उन कंज्यूमर्स के वहां ऑपरेशन व मेंटेनेंस टीम भेज कर उनकी परेशानी का समाधान कराते हैं। टोल फ्री नंबर 1912 पर दर्ज कंप्लेंस की डिटेल बिजली विभाग के जेई के पास आती है, जहां से हम तक पहुंचने में काफी समय लग जाता है।

- विजय कुमार चौधरी, प्रोजेक्ट मैनेजर, एलएंडटी

स्मार्ट मीटर में फॉल्ट और तकनीकी खराबी की कंप्लेन आ रही है तो उसकी जिम्मेदारी कार्यदायी एजेंसी की है। कंपनी आठ साल तक मेंटेनेंस करेगी। अगर कंप्लेन पर तत्काल एक्शन नहीं लिया जा रहा है तो यह गलत है। जिम्मेदारों से बात कर इसकी जांच कराई जाएगी।

ई। यूसी वर्मा, एसई शहर

Posted By: Inextlive