CAA Protests in Lucknow: रोड पर रहा सन्नाटा, ड्रोन से रखी गई नजर
- हिंसा के बाद चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस
- 17 कंपनी पीएसी व 10 कंपनी आरएएफ की तैनात LUCKNOW : गुरुवार को भारी हिंसा से सबक लेते हुए लखनऊ पुलिस व प्रशासन शुक्रवार को पूरी तरह चौकन्ना रहा। जुमे की नमाज के चलते शुक्रवार को अमन शांति बहाल रखना पुलिस व प्रशासन के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं था। हालांकि शुक्रवार को शहर में पूरी तरह शांति रही। टीले वाली मस्जिद में शुक्रवार दोपहर 1 बजे बड़ी संख्या में नमाजी जमा हुए और नमाज के बाद अपने अपने घर चले गए। ड्रोन के साथ पुलिस सर्तकशहर के सभी प्रमुख बाजार हजरतगंज, अमीनाबाद, चौक, हुसैनाबाद शुक्रवार को बंद रहे। बाजारों और विवादित क्षेत्रों में पुलिस की पेट्रोलिंग सुबह से ही शुरू हो गई थी। जुमे की नमाज को देखते हुए हुसैनाबाद की टीले वाली व आसिफी मस्जिद पर पुलिस की चाकचौबंद व्यवस्था रही। पश्चिमी इलाके में दो ड्रोन कैमरे उड़ा कर निगरानी की गई। एहतियातन पुलिस के आला अफसर व कई अन्य अफसर पोस्टमार्टम हाउस के साथ संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहे। शहर में 17 कंपनी पीएसी व 10 कंपनी आरएएफ की तैनाती की गई थी। दोनों में ही 5-5 कंपनियां बीती रात और बढ़ा दी गई। वहीं आधा दर्जन एएसपी, एक दर्जन दारोगा, 700 इंस्पेक्टर भी तैनात किए गए है। 200 दारोगा अतिरिक्त लगाए गए हैं। वहीं शहर के आस पास के सभी बड़े अफसरों को भी राजधानी बुला लिया गया है।
मार्केट बंद, रोड पर सन्नाटागुरुवार को हिंसा से प्रभावित खदरा के मदेयगंज, हुसैनाबाद के सतखंडा व हजरतगंज के अलावा अमीनाबाद में पुलिस बल की सबेरे से ही मौजूदगी रही। इन सभी जगहों शुक्रवार को रोड पर सन्नाटा पसरा रहा। इन एरिया में दुकानें भी कम खुली और जो खुली भी वहां ग्राहक भी काफी कम दिखाई दिन.पूरी मार्केट बंद रही। नजीराबाद व मौलवीगंज के बाजार शुक्रवार को नहीं खुले।सरकारी दफ्तर में कम रही उपस्थिति शुक्रवार को सरकारी व निजी कार्यालयों में कर्मचारियों की मौजूदगी कम दिखाई दी। साल का अंतिम माह होने से कई कार्यालयों में कर्मचारी छुट्टी पर रहे। जवाहर भवन व इंदिरा भवन स्थित अधिकतर विभागों के मुख्यालयों व दफ्तर में कर्मचारियों की उपस्थिति कम रही। यही हाल, शक्ति भवन, स्वास्थ्य भवन, नगर निगम, कलेक्ट्रेट का भी रहा।