- रामनगर निवासी आनंद मिश्रा व उनकी पत्‍‌नी अनुपम मिश्रा अपनी बेटी को बेटे से बढ़कर मानते हैं

- पढ़ाई के साथ 11 वर्षीय भार्गवी संगीत और जूडो की ले रही है ट्रेनिंग

हौल-हौले ही सही लेकिन सोच शायद बदल रही है। हमारी आपकी और समाज की। जी हां क्योंकि अगर हम अपने आस-पास गौर करें तो बेटियां न केवल आगे निकल रही हैं बल्कि मां बाप भी उनको खुला आसमान मुहैया करा रहे हैं। हालांकि यह बदलाव व सोच अभी चुनिंदा लोगों में ही है। ऐसे मां बाप जिन्हें अपनी बेटी पर पूरा गर्व है। ऐसे पेरेंट्स जिन्हें सिर्फ एक बेटी है उन्हें इस बात का बिल्कुल भी मलाल नहीं है कि उनको बेटा नहीं है। वे अपनी बेटी को ही सबकुछ मानते हैं। अपनी बेटी को लेकर कुछ ऐसी ही सोच वाले मां बाप अपने शहर में भी हैं। आज हम बात कर रहे हैं रामनगर के रहने वाले आनंद मिश्रा व उनकी पत्‍‌नी अनुपम मिश्रा की। इनकी बेटी ही इनका संसार है। बेटी के सपने को अपना सपना बनाकर उसे उसकी पसंद की फील्ड में जाने का पूरा अवसर मुहैया करा रहे हैं दोनों।

संगीत व जूडो की ले रही ट्रेनिंग

क्लास फोर्थ में पढ़ने वाली आनंद की 11 साल की बिटिया भार्गवी मिश्रा पढ़ाई के साथ संगीत और जूडो की भी ट्रेनिंग ले रही है। आनंद बताते हैं कि भार्गवी रामनगर में ही जूडो सीख रही है। जबकि संगीत सीखने के लिए अपने चाचा अरुण मिश्रा के साथ रोजाना अस्सी जाती है। कहते हैं कि उसे हमने पूरी आजादी दी है। वह जिस भी क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाना चाहती है उसका हम पूरा समर्थन करेंगे।

बेटी करेगी नाम रोशन

आनंद और उनकी पत्‍‌नी अनुपम बताती हैं कि हमें बेटे की ललक नहीं है। हमारे लिए तो हमारी बेटी ही बेटे से बढ़कर है। हमारी बेटी ही हमारा और पूरे परिवार का नाम रोशन करेगी। इसकी शिक्षा दीक्षा में को हमने कोई कसर नहीं की है। कहते हैं कि हम पति पत्‍‌नी के ही आंखों का तारा नहीं है भार्गवी बल्कि पूरे परिवार के जिगर का टुकड़ा है।

Posted By: Inextlive