RANCHI: हमारी बेटी ने हमें जो प्यार दिया, वो शायद ही कोई कर पाता। आज भी सुबह से लेकर शाम तक वो हमलोगों का जितना केयर करती है, उतना कोई नहीं कर पाता। यह कहना है बिजनेस मैन राजा अकित का। अपनी इकलौती बेटी तनिमा अकित चतुर्वेदी पर आज भी उन्हें नाज है। साथ ही सिंगल गर्ल चाइल्ड के डिसिजन पर तनिमा की मां सपना अकित भी गर्व करती हैं।

बेटा बना कर रखा बेटी को

राजा अकित कहते हैं कि जब हमने इकलौती बेटी रखने का डिसिजन लिया, तभी हम दोनों हसबेंड-वाइफ ने डिसाइड किया कि बेटी को बेटा बनाकर रखना है। उसको बेटा और बेटी दोनों का प्यार हमलोगों ने दिया। बचपन से लेकर बड़े होने तक हमने उसकी पढ़ाई के साथ-साथ खेल पर भी ध्यान दिया। वह स्कूल स्पो‌र्ट्स में भी अच्छा करती रही।

डिसिजन लेना सिखाया

राजा बताते हैं कि हमने अपनी बेटी को बचपन से ही आत्मनिर्भर बनाने का काम किया। उसके स्कूल से लेकर कॉलेज और बाद में नौकरी तक में कभी भी अपना प्रेशर नहीं दिया कि क्या करना है। शुरू से इसने स्कूल की पढ़ाई से लेकर इंजीनियरिंग करने और उसके बाद नौकरी करने का डिसिजन खुद से लिया। अब हमलोगों को गर्व होता है कि मेरी बेटी ने जो भी डिसिजन अपने करियर के लिए लिया है, वो सही है।

हमारे लिए रांची लौटी

राजा अकित बताते हैं कि मेरी बेटी ने बीआईटी मेसरा से इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग किया। इसके बाद इंफोसिस में कैंपस सेलेक्शन हुआ। इसके बाद वह नौकरी करने बाहर चली गई। इकलौती बेटी और वो भी हमसे दूर चली जाए, यह हमलोग भी नहीं चाहते थे। बेटी को भी यह पसंद नहीं था। बाद में बेटी ने सरकारी सेवा में जाने का निर्णय लिया और यूनियन बैंक में आईटी ऑफिसर बन कर रांची में पोस्टिंग करवा ली। अब हमलोग सभी पास में रह रहे हैं।

हर दिन मिलते हैं

मेरी बेटी अपने परिवार के साथ रांची में ही रहती है। हर दिन वह हमलोग के पास जरूर आती है। अब कभी एहसास भी नहीं होता है कि वो हमलोगों से दूर है। मेरी बेटी हमलोगों की हर जरूरत का ध्यान रखती है। हमलोग हमेशा से अपनी बेटी के आसपास ही रहते हैं। अगर एक दिन हमलोग नहीं मिल पाते, तो दूसरे दिन उसके पास चले जाते हैं।

सिंगल चाइल्ड, बेटी ही

राजा बताते हैं कि हमारी इकलौती बेटी है। इससे हमलोग खुश हैं। हमारा मानना है कि बेटी ऐसी होती है कि वो जब साथ रहती है तब भी पास रहती है, और दूर रहती है तब भी पास रहती है। वह पास रह कर भी हमलोग का केयर करती है, और दूर रहती है तब भी हमलोग का केयर करती है। अगर कोई सिंगल चाइल्ड रखने का फैसला करता है, तो उसे बेटी का ही डिसिजन लेना चाहिए। हमलोग दोनों हसबेंड-वाइफ अपने डिसिजन से खुश हैं कि हमने अपनी बेटी को वो प्यार दिया, जिसने उसे इस काबिल बनाया जिससे हमारा सिर गर्व से ऊंचा रहता है।

Posted By: Inextlive