- कामयाबी पाने के लिए क्यूरिऑसिटी बहुत जरूरी

- नए कोर्स का जमाना है, अब ट्रेडिशनल नॉलेज से कुछ नहीं होने वाला है

- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से एसआरएम कॅरियर पाथ वे सेमीनार में सामने आई बात

GORAKHPUR: 'मन तो बावरा है.' फिल्मी गानों में मन को बावरा बताते हैं। दिल की सुनने वाले को नुकसान उठाना पड़ता है, ऐसा कहा जाता है? लेकिन हकीकत बिल्कुल इसके अलग है। मन जो कहता है अगर वह किया जाए, तो कामयाबी आपके कदम चूमेगी। कामयाबी के लिए सबसे जरूरी है, जो चाहते हैं उस पर फोकस करें। अगर फोकस और कॉन्संट्रेशन नहीं है, तो भी मंजिल दूर हो सकती है। यह बातें सामने आईं दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से ऑर्गनाइज एसआरएम कॅरियर पाथ वे में, जहां फील्ड के एक्सप‌र्ट्स ने पहुंचकर कामयाबी के नुस्खे बताए और कॅरियर को सही डायरेक्शन में ले जाने के लिए टिप्स दिए।

गोकुल अतिथि भवन में ऑर्गनाइज इस सेमीनार की शुरुआत दीप प्रज्जवलन से हुई। इस दौरान मॉडरेटर अरुणेंद्र सोनी, सोनीपत हरियाणा एसआरएम कैंपस से आई डॉ। अर्पणा विभूती, चेन्नई कैंपस से डॉ। बी मुरुंगानंथम, मोदीनगर कैंपस से प्रो। विनय कुमार शर्मा, दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के एडिटोरियल हेड संजय कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित किया। सेकेंड सेशन में इस्लामिया कॉलेज ऑफ कॉमर्स के डॉ। वीके पाठक भी मौजूद रहे। गेस्ट का वेलकम दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के एडिटोरियल हेड संजय कुमार ने पौधा देकर वेलकम किया। प्रोग्राम के लास्ट में सभी गेस्ट को वीआईटी फैकेल्टी के हाथों मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। वहीं सभी वीआईटी फैकेल्टी को भी मोमेंटो दिया गया। प्रोग्राम का समापन राष्ट्रगान से किया गया।

सवाल - एसआरएम में एडमिशन के लिए कोई स्कॉलरशिप भी दी जाती है।

- अनुभव कुशवाहा

जवाब - टॉप 100 स्कोरर को फुल फीस रिबेट दिया जाता है, जबकि स्पो‌र्ट्स कोटे के तहत आवेदन करने वाले नेशनल प्लेयर्स को फीस के साथ ही खाने-पीने और लॉजिंग भी फ्री दी जाती है।

सवाल - बायोटेक्नोलॉजी क्या है और क्या यह एसआरएम में है?

- मनिंदर

जवाब - बायोटेक्नोलॉजी के साथ ही बायो मेडिकल इंजीनियरिंग की भी पढ़ाई होती है। यह बायोटेक्नोलॉजी का अपडेटेड वर्जन है।

सवाल - एसआरएम में प्लेसमेंट कैसा है?

- परिधि

जवाब - एसआरएम में बेहतर प्लेसमेंट रिकॉर्ड हैं। लास्ट इयर हायस्ट पैकेज 44 लाख पर एनम रहा है, जबकि मिनिमम पैकेज 70 हजार रुपए महीने का किया गया।

सवाल - कॉम्प्टीटिव एग्जाम को क्वालिफाई करने के लिए क्या फंडे अपनाने चाहिए?

- दिव्यांश

जवाब - कॉम्प्टीटिव एग्जाम को क्वालिफाई करने के लिए सबसे जरूरी चीज है इंटरेस्ट, अगर किसी फील्ड में इंटरेस्ट होगा, तो उसे एंज्वाय करेंगे और उसका रिजल्ट बेहतर होगा।

सवाल - सब्जेक्ट में इंटरेस्ट है, लेकिन ज्यादा पढ़ने से बर्डन फील होने लगता है?

- अंकित

जवाब - जो मन करे, वह करें, पहले आप हैं अगर आप सैटिस्फाई हैं, तभी इंजीनियरिंग है और डॉक्टरी है। आप ही कूल नहीं हैं, तो जितनी भी पढ़ाई कर लो कोई रिजल्ट आने वाला नहीं है। इसलिए पढ़ाई के दौरान ब्रेक लें और ब्रेक के बाद सब्जेक्ट को चेंज करें, इससे इंटरेस्ट बना रहेगा।

सवाल - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर क्या ऑप्शन हैं?

- त्रियंबिकेश

जवाब - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमाना है। एसआरएम में सीएस से जुड़े 9 स्पेसिफिक कोर्स चलते हैं। सीएस विद एआई एक बेहतर ऑप्शन है।

सवाल - पॉल्युशन बढ़ रहा है, इससे निपटने के लिए क्या ऑप्शन हैं?

- सलोनी

जवाब - सिर्फ प्लांटेशन ही इसका एक बेहतर ऑप्शन हैं। आजकल घरों में भी लगाए जाने वाले पौधे आ गए हैं, जिससे ऑक्सीजन लेवल को मेनटेन रखा जा सकता है।

सवाल - ईयर ड्रॉपिंग बेहतर है या नहीं?

- विवेक कुमार यादव

जवाब - यह ईयर ड्रॉप करने वाले पर निर्भर करता है। अगर वह कॉन्फिडेंट हैं कि ईयर ड्रॉप कर वह बेहतर कर सकते हैं, तो ईयर ड्रॉप करने में कोई हर्ज नहीं है।

सवाल - एसआरएम स्कॉलरशिप के लिए क्या कर रहा है?

- अरविया

जवाब - एसआरएम में दो तरह की स्कॉलरशिप दी जाती है। एक मेरिटोरियस स्टूडेंट्स के लिए स्कॉलरशिप है, जबकि दूसरी फाउंडर्स स्कॉलरशिप है।

सवाल - सभी अपनी यूनिवर्सिटी में बुलाते हैं, हम किस पर भरोसा करें?

- कुनाल सिंह

जवाब - इसके लिए सबसे बेसिक नीड है, वह है फोकस। पहले यह तय कर लें कि आप करना क्या चाहते हैं। इसके बाद आसपास मौजूद ऑप्शन का डाटा सेलेक्ट करें, उसे एनालाइज करें और जो बेहतर हो, उसका सेलेक्शन करें।

सवाल - एसआरएम दूसरे इंस्टीट्यूशंस से बेहतर कैसे है?

- चंदन शर्मा

जवाब - एसआरएम गवर्नमेंट के सभी सर्टिफिकेशन को हासिल कर चुका है। वहीं नैक, एनबीए एक्रीडेशन हासिल कर चुका है। स्टूडेंट्स का सेलेक्शन भी सिर्फ एंट्रेंस से होता है, इसलिए सिर्फ मेरिटोरियस स्टूडेंट्स ही इसमें एंट्री पा सकते हैं।

यह हैं लकी ड्रॉ विनर

- अभय यादव

- अंशिका पांडेय

- आकाश श्रीवास्तव

- अंजली यादव

- अचिंत्य श्रीवास्तव

- आकाश कुमार गौतम

- विवेक सिंह

- खुशी विश्वकर्मा

- फजल अहमद

जिसने रिस्क लिया वह आगे बढ़ा

स्टूडेंट्स को बूस्टअप करने के लिए पहुंचे मॉडरेटर अरुणेंद्र सोनी ने बताया कि वही लोग सक्सेज हुए हैं, जिन्होंने रिस्क लिया है। वरना जो ठहरे रह गए हैं, वह आज भी वहीं हैं। सुंदर पिचाई का एग्जामपल देते हुए उन्होंने बताया कि आज इंजीनियरिंग की फील्ड में यह अननोन नाम नहीं है। कई स्टूडेंट्स के वह आइडियल भी हैं। और अब जो जमाना है, हमें ऐसे ही आइडियल बनाने होंगे। घर के ऐशो-आराम को छोड़कर स्ट्रगल के लिए बाहर जाना होगा, थोड़ी परेशानी जरूर होगी, लेकिन आखिर में कामयाबी का ही इनाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगर हम उन 93 परसेंट इंजीनियर्स की लिस्ट से बाहर रहना चाहते हैं जिनके पास डिग्री तो है, लेकिन वह नौकरी के लायक नहीं हैं, तो हमें रिस्क लेना होगा। इसके लिए हमें खुद को प्रूव करना होगा। हमारे पास क्रिएटिव माइंड मौजूद है, इसका जमकर इस्तेमाल करना चाहिए। नेटफ्लिक्स ने सिंगल स्क्रीन सिनेमा को ही बंद करा दिया। जहां 2018 में एक मिनट में उसे पौने तीन लाख घंटे के बराबर लोग देखते थे, इसकी व्यूअरशिप लिमिट 2019 में बढ़कर सात लाख घंटे प्रति मिनट हो गई है। आगे इसका असर कितना और होगा, यह कोई भी नहीं कह सकता है।

एफर्ट से ही पूरे होंगे सपने

स्टूडेंट्स को मोटीवेट करने के लिए एसआरएम यूनिवर्सिटी के दिल्ली-एनसीआर कैंपस से गोरखपुर पहुंचीं बायो मेडिकल इंजीनियरिंग की हेड डॉ। अर्पणा विभूती ने कहा कि सपने हर इंसान को देखने चाहिए, यह जरूरी होता है। मगर जो सपना देखें इसको पूरा करने की ताकत भी होनी चाहिए। उसको पूरा करने के लिए एफर्ट भी करना पड़ेगा। इसके लिए सिंसिएरिटी और मेहनत दोनों ही जरूरी है। जमाने के साथ खुद को अपडेट करना भी जरूरी है। उन्होंने गोरखपुर से शुरू किए अपने कॅरियर का एग्जामपल देते हुए अपनी पोजीशन और अपना एकेडमिक सफर भी शेयर किया।

स्पो‌र्ट्स कोटे से सब कुछ फ्री

एसआरएम यूनिवर्सिटी से गोरखपुर पहुंचे डॉ। बी मुरुंगानंथम ने एसआरएम की खूबियां शेयर कीं। उन्होंने बताया कि मेरिटोरियस स्टूडेंट्स का हमेशा ही एसआरएम वेलकम करता है। अगर एसआरएम जेईइई में किसी स्टूडेंट ने टॉप 100 पोजीशन हासिल की है, तो स्टूडेंट्स को 100 परसेंट स्कॉलरशिप प्रोवाइड की जाती है। वहीं 100 से 500 के बीच आने वाले स्टूडेंट्स को 50 परसेंट स्कॉलरशिप दी जाती है। टॉप 1000 में आने वाले स्टूडेंट्स को भी 25 परसेंट स्कॉलरशिप है। इतना ही नहीं अगर कोई स्पो‌र्ट्स कैटेगरी का नेशनल प्लेयर है, तो उसे एसआरएम में फ्री ऑफ कॉस्ट एजुकेशन प्रोवाइड कराई जाती है। उसकी फूडिंग और लॉजिंग भी मुफ्त है। सिर्फ एग्जामिनेशन फीस पे करनी पड़ती है।

वीडियो से दिखाई एसआरएम की खूबियां

इवेंट के दौरान स्टूडेंट्स को एसआरएम यूनिवर्सिटी का एक वीडियो दिखाया गया, जिसमें वहां के बारे में जानकारी दी गई। वीडियो के बाद एसआरएम यूनिवर्सिटी से आए डॉ। मुरंगानंथम ने एसआरएम से जुड़ी खास बातें शेयर कीं। 1996 में एसआरएम को डीम्ड यूनिवर्सिटी बनाया गया। यहां मल्टीस्ट्रीम की पढ़ाई होती है। 540 कंपनीज रिक्रूटमेंट करने के लिए पहुंच रही हैं। उन्होंने बताया कि इस साल हायस्ट पैकेज 44 लाख पर एनम और मिनिमम पैकेज 70 हजार पर मंथ है। उन्होंने बताया कि यहां सीबीसीएस की व्यवस्था है और स्टूडेंट्स को 160 क्रेडिट पूरे करने होते हैं। उन्हें सब्जेक्ट और स्ट्रीम भी चूज करने की आजादी है। कैंपस में स्टूडेंट्स के लिए कल्चरल, टेक्निकल और स्पो‌र्ट्स इवेंट ऑर्गनाइज किए जाते हैं, जिसमें उनकी बढ़-चढ़कर भागीदारी रहती है।

दीप प्रज्ज्वलन से शुरुआत

Posted By: Inextlive