- पिछले साल की तुलना में इस बार दिवाली पर पटाखों में कमी से एयर पॉल्यूशन के लेवल में आई गिरावट

- चारबाग रहा सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्र, दूसरे नंबर पर विकास नगर रहा

इन इलाकों में जांच

अलीगंज, विकासनगर, इंदिरानगर, गोमतीनगर, चारबाग, अमीनाबाद, चौक, आलमबाग और अमौसी

चारबाग सर्वाधिक प्रदूषित

1. चारबाग

2. विकास नगर

3. चौक

4. अमीनाबाद

5. अलीगंज

6. इंदिरानगर

LUCKNOW: अवेयरनेस और सख्ती के चलते इस साल राजधानी का दिवाली के बाद का एयर पॉल्यूशन में भारी गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय विष विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईआईटीआर) द्वारा मंगलवार को जारी रिपोर्ट में पिछली बार की तुलना में इस बार एयरपॉल्यूशन के स्तर में करीब 50 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है.वहीं दूसरी ओर शहर के विभिन्न इलाकों में पॉल्यूशन का लेवल नेशनल एम्बियंट एयर क्वालिटी स्टैंडर्ड (एनएएक्यू) के मानको के अनुसार चार से छह प्रतिशत अधिक रहा।

नौ जगहों पर की गई जांच

सीएसआईआर-आईआईटीआर ने राजधानी के 9 स्थानों पर वायु गुणवत्ता सर्वेक्षण किया। इसमें अलीगंज, विकासनगर, इंदिरानगर, गोमतीनगर, चारबाग, अमीनाबाद, चौक, आलमबाग और अमौसी शामिल किया था। इन सभी जगहों पर दिवाली के मौके पर एयर पॉल्यूशन की जांच की गई। संस्थान द्वारा इन सभी जगहों पर तीन दिन का डाटा कलेक्ट किया गया। इसमें दिवाली से एक दिन पहले, दिवाली के दिन और दिवाली के अगले दिन का एयर पॉल्यूशन का लेवल रिकॉर्ड किया गया। इन सभी जगहों पर सांस लेने योग्य हवा में पीएम2.5 और पीएम 10 की मात्रा में 60 से 100 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर मापा गया। इस रिपोर्ट में पाया गया बीते साल की तुलना में पीएम 10 में 46 प्रतिशत और पीएम2.5 में 49 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।

कम जले पटाखे तो आया सुधार

सुप्रीम कोर्ट के ओर से इस दिवाली पर रात आठ बजे से दस बजे तक पटाखे जलाने के आदेश का राजधानी के लोगों ने पालन किया। राजधानी में बीते साल की तुलना में इस साल काफी कम पटाखे जलाए गए। जिसमें एयर पॉल्यूशन के लेवल में गिरावट का मेन कारण माना जा रहा है। आईआईटीआर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ। सीएस बर्मन ने बताया कि पिछले साल दिवाली 7 नवंबर को थी जब तापमान इस समय के तुलना में कम था जो प्रदूषण के लेवल को बढ़ाने के लिए काफी अनुकूल था, पर इस साल तापमान में उतना बदलाव नहीं देखा गया।

बॉक्स

चारबाग सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा

डॉ। बर्मन ने बताया कि जिन नौ इलाकों पर नजर रखी गई थी उनमें सबसे ज्यादा प्रदूषित इलाका चारबाग रहा। इस इलाके में दिवाली की रात में पीएम 10 और पीएम2.5 का लेवल सबसे अधिक दर्ज किया गया। यहां पर पीएम 10 की मात्रा 656.11 और पीएम 2.5 की मात्रा 486.98 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। यह एनएएक्यू के स्टैंडर्ड मानक से छह से आठ गुणा अधिक था। इसके बाद दूसरे नंबर विकास नगर, तीसरे पर चौक, चौथे पर अमीनाबाद, पांचवे पर अलीगंज और छठे नंबर पर इंदिरानगर रहा। यहा पर पीएम 10 का लेवल स्टैंडर्ड मानक से पांच गुणा अधिक रहा। यहां पर क्रमश: 586.75, 553.75, 549.92, 528.66 और 517.18 पाया गया। वहीं गोमती नगर, आलमबाग और अमौसी में पीएम 10 की मात्रा 500 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर से कम दर्ज किया गया। इन इलाकों में क्रमश: 498.66, 489.73 और 447.48 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। वहीं अगर पीएम 2.5 की बात की जाएं तो, चारबाग में इसका लेवल सबसे ज्यादा हाई रहा। इसके बाद दूसरे नंबर विकासनगर का नंबर आता है। इन दोनों ही इलाकों में पीएम2.5 का स्तर क्रमश: 433.33 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। अन्य चार स्थानों अमीनाबाद, इंदिरानगर, चौक और आलमबाग क्रमश: 386.76, 346.82, 322.07 और 310.11 दर्ज किया गया। जो आमतौर पर स्टैंडर्ड मानक से चार गुणा अधिक था। वहीं अलीगंज और अमौसी पीएम2.5 क्रमश: 298 और 279.81 दर्ज किए गए जो दूसरे इलाकों के तुलना में काफी कम रहे।

कोट

पिछले साल दिवाली 7 नवंबर को थी जब तापमान इस समय के तुलना में कम था जो प्रदूषण के लेवल को बढ़ाने के लिए काफी अनुकूल था। पर इस साल तापमान में उतना बदलाव नहीं देखा गया।

- डॉ। सीएस बर्मन, सीनियर साइंटिस्ट, आईआईटीआर

Posted By: Inextlive