RAMGARH : उरीमारी क्षेत्र के बिरसा परियोजना पश्चिमी छोर में चल रहे आउटसोर्सिग कार्य को शुक्रवार देर शाम टीपीसी के उग्रवादियों ने बंद करा दिया। जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम लगभग 8 बजे ख्0-ख्भ् की संख्या में हथियार से लैस उग्रवादियों ने ऑपरेटरों से काम बंद करने को कहा और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। उनलोगों ने मजदूरों को कहा कि बिरसा प्रबंधन व कंपनी हमारे संगठन से बात करने के बाद काम शुरू करे। अन्यथा परिणाम गंभीर होगा।

उग्रवादियों के जाने केबाद मजदूरों ने कंपनी के प्रतिनिधियों को घटना की जानकारी दी। दूसरी ओर कंपनी के साईट इंचार्ज रोमेश कैटरे बताया कि उरीमारी थाने में आवेदन दे दिया गया है। काम बंद होने से कंपनी परिसर सहित आस पास क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा हुआ है। काम में लगी मशीनें खड़ी है। उग्रवादियों द्वारा मारपीट में उपेंद्र सिंह, वॉल्वो ड्राईवर ताहिर, वीरेंद्र पीसी ऑपरेटर, श्याम बाबू, डंपर ऑपरेटर, सिकंदर, जावेद अंसारी, सुरेश प्रजापति, सुपरवाईजर विनोद सिंह, रामचंदर, किशोर मुंडा व अन्य घायल हो गए। खदान में काम कराए जाने की सूचना के बाद रात में ही उरीमारी पुलिस ने जगह-जगह पर छापेमारी की। थाना प्रभारी रामनारायण ठाकुर ने बताया कि बाहर से और फोर्स को बुलाया गया है। छापेमारी कर जल्द उग्रवादियों को गिरफ्तार किया जाएगा और खदान को जल्द ही चालू कराया जाएगा।

सड़क लूट कांड का खुलासा

पुलिस अधीक्षक अखिलेश झा के निर्देश पर डीएसपी एचएल रवि के नेतृत्व में छापेमारी कर बरवाडीह निवासी भोला रजक, दीपक साव व बड़कागांव निवासी ब्रजेश महतो को हिरासत में लिया गया। बाद में उनकी निशानदेही पर विगत फ्0 नवंबर को हजारीबाग बड़कगांव मार्ग के लिखलाही घाटी में मध्य रात्रि बड़कागांव प्रमुख समेत दर्जनों लोगों के साथ हुए लूटकांड में लूटे गए मोबाइल बरामद किया गया। इस घटना को अंजाम देने के लिए दो खिलौना पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था उसे भी बरामद किया गया। वहीं पुलिस का कहना है कि इस घटना में दस से बारह लोग शामिल थे। उनकी भी गिरफ्तारी जल्द होगी। हिरासत में लिए गए लोगों को पूछताछ के लिए हजारीबाग भेज दिया गया। छापामारी अभियान में डीएसपी अरविंद कुमार सिन्हा, इंस्पेक्टर अवधेश कुमार सिंह, थाना प्रभारी नवल प्रभात तिग्गा, एसआई मुकेश कुमार, यदु टुडू, रमेश भगत समेत दर्जनों पुलिस कर्मी शामिल थे।

Posted By: Inextlive