- एक गर्भवती महिला ने दिया था रोडवेज बस में जुड़वा बच्चों को जन्म

- दूसरा सैंप¨लग से पहले ही स्टाफ से नोकझोंक कर हो गया फरार

बरेली : कोरोना को लेकर शासन और प्रशासन दोनों ही अलर्ट मोड पर है बावजूद इसके हेल्थ डिपार्टमेंट की अनदेखी के चलते कोविड-10 सस्पेक्ट पेशेंट्स प्रबंधन की आंख में धूल झोंक कर फरार हो जा रहे हैं। ऐसे ही दो केस संडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में सामने आए।

क्या है पूरा मामला

बिहार के गांव बाला कुकरी निवासी एक महिला जो कि रोडवेज बस से हापुड़ जा रही थी। इस दौरान शहर के बिथरी चैनपुर के पास उसे प्रसव पीड़ा हुई और उसने दो मृत जुड“वा बच्चों को जन्म दिया। महिला की हालत बिगड़ने पर उसे 108 एंबुलेंस के माध्यम से संडे सुबह करीब पांच बजे डिस्ट्रिक्ट फीमेल हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। जहां ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर उसे आईसोलेशन वार्ड में एडमिट किया। हैरत की बात तो यह है कि महिला दोपहर करीब एक बजे हॉस्पिटल प्रबंधन को चकमा देकर हॉस्पिटल से फरार हो गई। उसके साथ उसका पति भी था, हॉस्पिटल की सीएमएस ने महिला के फरार होने की सूचना थाने में दी है। वहीं दूसरा केस डिस्ट्रिक्ट मेल हॉस्पिटल का है। जहां विशारतगंज के रहने वाले युवक जिन्हे सांस लेने में दिक्क्त और तेज फीवर की शिकायत थी वह संडे को जांच कराने 300 बेड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पहुंचे तो उनकी हालत देख उन्हें डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। लेकिन उन्हे 1 बजे सैंप¨लग के बुलाया गया था। लेकिन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में आने के बाद उन्होने हंगामा करना शुरु कर दिया। उन्हें हॉस्पिटल परिसर में बने आईसोलेशन वार्ड टू भेजा गया लेकिन उन्होने यहां तैनात स्टाफ से नोकझोंक की और बिना जानकारी के फरार हो गए।

महिला को आईसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया था, बार-बार उसका पति उसे ले जाने की जिद कर रहा था, सैंपल लेने से पहले पेशेंट वार्ड से गायब हो गई। इसकी सूचना पुलिस को दी है।

डॉ। अलका शर्मा, सीएमएस।

Posted By: Inextlive