यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम पांच जून और हाईस्कूल का आठ जून को घोषित होगा.


एन्सर सीट्स के जांच का काम खत्म हो गया है. अब रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक वासुदेव यादव ने बताया कि दोबारा एवार्ड ब्लैंक और अंकपत्रों का मिलान कराया जा रहा है, जिसमें छह से सात दिन लग सकते हैं. परीक्षा परिणाम सीबीएसई की तरह सामान्य तरीके से घोषित किए जाएंगे, मेरिट प्रणाली खत्म कर दी गई है.इस बार की परीक्षा में सबसे बड़ा बदलाव यह रहा कि दसवीं में इस बार सतत मूल्यांकन प्रणाली (सीसीई) लागू की गई है. इसके तहत लिखित परीक्षा 70 अंकों की हुई, जबकि शेष 30 अंक स्कूल स्तर पर तीन चरणों में प्रैक्टीकल और प्रोजेक्ट पर दिए गए. ग्रेडिंग सिस्टम और पाजीटिव प्लस स्टेप मार्किंग से परिणाम बेहतर होने की संभावना जताई जा रही है.


वासुदेव यादव ने बताया कि हाईस्कूल में एक विषय में फेल छात्र भी पास माने जाएंगे लेकिन हिंदी विषय को इससे अलग रखा गया है. दो विषयों में फेल होने वाले विद्यार्थियों को एक महीने के अंदर परीक्षा का मौका दिया जाएगा. उनमें से एक में भी पास होने पर उन्हें सफल माना जाएगा. इसके अलावा पहली बार इंटरमीडिएट में गणित और हिंदी के दो प्रश्न पत्र हुए.

यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार 64 लाख 23 हजार 375 परीक्षार्थी शामिल हुए. हाईस्कूल में 37 लाख 40 हजार 585, जबकि इंटरमीडिएट में 26 लाख 82 हजार 790 विद्यार्थी परीक्षा में बैठे। पिछले साल के मुकाबले इस बार सात लाख अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए.

Posted By: Kushal Mishra