COVID-19 का इलाज खोजने का दावा करने वाले को यूपी पुलिस ने किया गिरफ्तार
बलिया (पीटीआई)। उत्तर प्रदेश के बलिया में एक व्यक्ति को कोविड 19 की दवा खोजने का दावा करने के चलते गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार को पुलिस ने कहा, जिले में एक व्यक्ति कोविड का उपचार करने का दावा कर रहा था, उसका कहना था कि वह किसी को भी ठीक कर सकता है। इस झूठे दावे के चलते पुलिस ने उसे अब अरेस्ट कर लिया।
कोरोना का इलाज का झूठा दावाचितबड़ागांव थाना के एसएचओ हरि राम मौर्य के मुताबिक, 'टेका देवरी गाँव के निवासी राकेश कुमार सिंह ग्रामीणों के सामने दावा कर रहे थे कि उन्होंने कोविड-19 को ठीक करने के लिए एक दवा बनाई है और वह किसी का भी इलाज कर सकता है। चूंकि यह दावे पूरी तरह फर्जी हैं, ऐसे में उसे अरेस्ट कर लिया गया।' पुलिस ने कहा कि उसके खिलाफ संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लॉकडाउन बढऩे के संकेत
देश में कोरोना वायरस का संकट तेजी से बढ़ रहा है। देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है, इसके बावजूद संक्रमित मरीजों की संख्या 4000 के पार हो गई। वहीं 100 से ज्यादा मौतें हो चुकी। इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही। इस बीच खबर आई कि कोरोना वायरस के चलते लगे लॉकडाउन के खत्म होने के बाद भी रेलवे अपनी कुछ ट्रेनों का संचालन नहीं करेगा। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने 30 अप्रैल तक अपनी 3 निजी गाडिय़ों की बुकिंग सस्पेंड कर दी है। इनमें 2 तेजस ट्रेनें और 1 काशी महाकाल एक्सप्रेस शामिल हैं। इस संबंध में आईआरसीटीसी के प्रवक्ता ने कहा कि 30 अप्रैल तक इन ट्रेनों के लिए बुकिंग स्थगित करने का फैसला किया है।