-लगातार बढ़ रहा है शहर का पॉल्यूशन एक्यूआई 298 पहुंचा

-साल दर साल बढ़ रहा शहर में एयर पॉल्यूशन

आगरा। हर साल की तरह सर्दी बढ़ते ही ताजनगरी की हवा फिर से दूषित होने लगी है। शहर की हवा मानकों के हिसाब से फिर से खराब स्थिति में आ गई है। बुधवार को एक्यूआई(एयर क्वॉलिटी इंडेक्स) 298 रहा। यह स्वास्थ्य के लिये बेहद खराब हवा है। आगरा के लिये ये नई समस्या नहीं है। ताज ट्रेपेजियम जोन में शामिल होने के चलते आगरा में एयर पॉल्यूशन को रोकने के लिये एयर एक्शन प्लान भी है। इसके साथ ही सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड भी पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिये अपनी गाइडलाइन जारी करता रहता है। लेकिन इसके बावजूद आगरा की हवा लगातार प्रदूषित होती जा रही है। सभी प्लान और एडवायजरी केवल फाइलों तक ही सीमित रह जाती हैं, जबकि एयर पॉल्यूशन कोविडकाल में और ज्यादा घातक साबित हो सकता है।

एयर एक्शन प्लान से कंट्रोल होना था पॉल्यूशन

बढ़ते एयर पॉल्यूशन को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने देश के 102 ऐसे शहरों के लिए एयर एक्शन प्लान प्लान तैयार करने के निर्देश दिए थे, जिनमें पिछले पांच वर्षो से एक्यूआई का वाíषक औसत 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक रहा था। इसमें आगरा भी शामिल था। बीते वर्ष इसे जारी भी कर दिया गया, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखा। इसके साथ ही इसके तहत किये गये कार्य भी अधर में लटके हुए हैं।

प्रदेश के लिये नजीर बनना था प्लान, लेकिन नहीं हो सका साकार

ताजनगरी का एयर एक्शन प्लान पिछले साल एक जून को तत्कालीन मुख्य सचिव अनूपचंद्र पांडेय ने लांच किया था। उन्होंने इसे प्रदेश के लिए मॉडल बनाने की बात कही थी। प्लान में एयर क्वॉलिटी में में सुधार के लिए शॉर्ट और लांग टर्म प्लान बनाते हुए विभागों की जिम्मेदारी व समय सीमा निर्धारित की गई थी। उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (यूपीपीसीबी) को एक माह के अंदर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट डिवीजन और हेल्पलाइन एक माह के अंदर बनानी थीं, लेकिन एक साल बाद भी ऐसा कुछ नहीं हो सका। जिम्मेदार विभागों ने इसमें कोई रूचि नहीं दिखाई। कुल मिलाकर एयर एक्शन प्लान जो प्रदेश के लिये नजीर बनना था, खुद आगरा में ही साकार नहीं हो सका।

ये होने थे काम

एनएचएआई व पीडब्ल्यूडी द्वारा एक्सप्रेस-वे, बाइपास के निर्माण को प्लान बनाया जाना

एनएचएआई व पीडब्ल्यूडी द्वारा शहर के बाहर रोड बनाना, जिससे कि बाहर से आने वाले वाहन बाहर के बाहर ही निकल जाएं

नगर निगम व एडीए द्वारा मल्टीलेवल पाìकग की स्थापना

यूपीपीसीबी द्वारा ईंट भट्टों में जिगजैग तकनीक का उपयोग

यूपीपीसीबी द्वारा फैक्ट्री व औद्योगिक क्षेत्रों में वायु प्रदूषण नियंत्रण डिवाइस की स्थापना

नगर निगम द्वारा एक्यूआई की मॉनीटरिंग को मोबाइल फेसिलिटी/वैन का इंतजाम

नगर निगम, एडीए व वन विभाग द्वारा मास्टर प्लान के अनुसार शहर में 33 फीसद हरित क्षेत्र बनाना

सिंचाई व वन विभाग द्वारा नालों के किनारे खुली जगह पर ईंटें लगाना और पौधारोपण करना

नगर निगम द्वारा खुले में जलने वाले बायोमास, फसल अवशेष, कूड़ा आदि के खिलाफ अभियान चलाना

नगर निगम द्वारा म्यूनिसिपल सॉलिड वेस्ट के जलने की नियमित मॉनीटरिंग करना

नगर निगम द्वारा हॉíटकल्चर वेस्ट का उचित संग्रहण और उसका निवारण करना

कृषि विभाग और यूपीपीसीबी द्वारा कृषि अपशिष्टों के जलने पर प्रतिबंध लगाना

आगरा में लगातार बढ रहा है एयर पॉल्यूशन

वर्ष, बोदला, नुनिहाई

2013, 184.1, 216.4

2014, 190.8, 229.1

2015, 182, 218

2016, 170.1, 229.8

2017, 174.4, 220

2018, 195.84, 241.67

2019, 255, 300

नोट: एक्यूआइ का वाíषक मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है।

सभी जिम्मेदार विभागों को सíदयों के मौसम को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्यो के दौरान धूल उड़ने से रोकने को उचित इंतजाम करने का अनुरोध किया गया है। किसानों को पराली जलाने से रोकने व जुर्माना लगाने के लिए प्रशासन द्वारा लेखपाल व तहसीलदार को जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है।

-भुवन यादव, क्षेत्रीय अधिकारी उप्र पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड

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पीटीजेड कैमरों से रखी जाएगी पॉल्यूशन पर नजर

आगरा। बढ़ते एयर पॉल्यूशन को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार आगरा सहित प्रदेश के 16 शहरों में अब सख्ती बरतने जा रही है। अब आगरा में 24 घंटे एयर पॉल्यूशन पर निगरानी रखने के लिये संवेदनशील स्थानों पर पैन-टिल्ट जूम (पीटीजेड) कैमरे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही सभी इंडस्ट्रियल यूनिट्स का निरीक्षण भी किया जाएगा। पॉल्यूशन फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इसके साथ ही सड़कों की धूल नियंत्रित करने के लिये नियमित पानी का छिड़काव किया जाएगा। इसके साथ ही पॉल्यूशन फैलाने वाले वाहनों की नियमित जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने भी की जाएगी। इसके अलावा कूड़ा जलता मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी और कूड़ा जलाने की घटनाएं भी रोकी जाएंगी।

Posted By: Inextlive