कोरोना वायरस के संक्रमण इस सीजन में अपने पीक पर है. ऐसे में कड़ाके की सर्दी भी पड़ रही है. ऐसे में लोगों को सर्दी-जुकाम और खांसी हो रहा है. बुखार भी आ रहा है. लोग इसे सामान्य वायरल मान रहे हैैं. लेकिन ये कोरोना वायरस का संक्रमण भी हो सकता है.क्योंकि कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के लक्षण काफी हल्के हैैं. इसलिए मामूली वायरल जैसे लक्षण होने पर भी सचेत रहें और खुद को अन्य लोगों से अलग करें जिससे कि संक्रमण न फैले.

आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ। प्रभात अग्रवाल ने बताया कि आमतौर पर भी घर में किसी को जुकाम हो तो घर के अन्य सदस्यों को भी ये प्रभावित करता है। इसलिए इस वक्त किसी को जुकाम-खांसी या वायरल जैसे लक्षण आते हैैं तो खुद को दूसरों से अलग कर लें। इससे आम सर्दी जुकाम से भी परिवार के दूसरे सदस्य प्रभावित होने से बच सकेंगे।

लक्षण गंभीर हों तो हो जाएं सचेत
डॉ। अग्रवाल ने बताया कि इस वक्त कोरोना वायरस के 75 परसेंट कोरोना संक्रमित ओमिक्रोन वायरस के ही मिल रहे हैैं। इसमें हल्के लक्षण सामने आते हैैं। ये कम खतरनाक भी है। लेकिन यदि किसी को सांस लेने में तकलीफ हो या 48 घंटे तक बुखार न उतरे तो अलर्ट हो जाएं। इस सूरत में डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि गंभीर लक्षणों के कारण मरीज को अन्य परेशानी भी हो सकती हैैं।

लक्षणों को न करें इग्नोर
ओमिक्रोन संक्रमितों में पहले तीन से पांच दिन गले में दर्द और बुखार की शिकायत रहती है। इस दौरान 102-103 डिग्री तक बुखार हो सकता है। शरीर और सिरदर्द की शिकायत भी लोगों में देखने को मिल रही है। कोरोना के सामान्य और गंभीर लक्षणों पर नजर रखें। हल्के लक्षणों को भी गंभीरता से लें। वायरल बुखार की तरह इसका इलाज न करें। कोई भी संकेत दिखने पर तुरंत कोविड टेस्ट कराएं।

बेवजह स्टेरॉयड का उपयोग न करें
इस वक्त सर्दी-जुकाम खांसी जैसे कोई लक्षण आते हैैं तो डॉक्टर्स की सलाह पर ही दवाएं लें। बेवजह स्टेरॉयड का इस्तेमाल न करें। कोरोना संक्रमित होने पर अगर आप बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयां लेते हैं तो इससे बीमारी गंभीर रूप ले सकती है।

टेस्ट में देरी बढ़ा देगी मुश्किल
ज्यादातर लोग देर से टेस्ट कराते हैं। इससे बीमारी बढ़ सकती है। टेस्टिंग में देरी न करें और शरीर में दिख रहे लक्षणों पर तुरंत ध्यान दें। जांच से पहले और इसके बाद आइसोलेशन में रहें।

बीपी और शुगर के मरीज रहें अलर्ट
हाई बीपी या डायबिटीज के मरीजों पर कोरोना ज्यादा हावी रहता है, इसलिए ऐसे मरीजों को ज्यादा सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। कोविड-19 के ज्यादातर मामले हल्के लक्षणों से शुरू होते हैं, लेकिन म्यूटेंट स्ट्रेन में वृद्धि से इंफेक्शन गंभीर रूप ले सकता है।

लापरवाही से फैलेगा संक्रमण
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन आगरा के पूïर्व प्रेसिडेंट डॉ। आरएम पचौरी ने बताया कि ओमिक्रोन का स्प्रैड काफी तेज है। ये अब तक मिले कोरोना वायरस के वेरिएंट्स में सबसे तेजी से फैलता है। इसके लक्षण आम वायरल जैसे हैैं। लेकिन लापरवाही करेंगे तो ये तेजी से फैलेगा और कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी बढ़ेगी। संक्रमितों की संख्या बढऩे से पैनिक बढ़ेगा और जनजीवन सहित अन्य चीजों पर भी प्रभाव पड़ेगा। इसलिए इस वक्त सर्दी-जुकाम बुखार जैसे लक्षण आएं तो घबराएं बिल्कुल नहीं। लेकिन सावधानी भी बरतें, जिससे कि संक्रमण भी हो तो आसानी से स्वस्थ हो सकें और दूसरों को संक्रमित होने से बचाया जा सके। डॉ। पचौरी ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। मास्क पहनें और सेनेटाइजेशन पर ध्यान दें और शारीरिक दूरी का पालन करें।

ये हैैं इस बार कोरोना वायरस के लक्षण
- ठंड लगकर बुखार आना
- नाक बहना
- छींक आना
- गले में खराश
- कमजोरी
- सिर दर्द
- पेट संबधी समस्या


सर्दी-जुकाम या बुखार आने पर बिल्कुल घबराएं नहीं। लेकिन इसमें लापरवाही न करें। लक्षण आने पर सजग हो जाएं और खुद को दूसरों से अलग कर लें, जिससे कि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके ।
-डॉ। आरएम पचौरी, पूर्व आईएमए प्रेसिडेंट

वायरल होने पर लक्षणों पर ध्यान दें। डॉक्टर के कहे अनुसार दवाओं का सेवन करें। अपनी मर्जी से दवाओं का सेवन न करें। सांस लेने में तकलीफ या 48 घंटे तक बुखार न उतरे तो अलर्ट हो जाएं और डॉक्टर को बताएं।

-डॉ। प्रभात अग्रवाल, प्रोफेसर, मेडिसिन डिपार्टमेंट, एसएनएमसी

Posted By: Inextlive