-मई में पहली बार मिले सबसे कम 111 कोरोना संक्रमित

-घट गई पॉजिटिविटी रेट, लॉकडाउन से टूट रही कोरोना की चेन

02 परसेंट पहुंची सैंपल पॉजिटिविटी रेट

15 परसेंट तक पहुंच गई थी मई की शुरूआत में सैंपल पॉजिटिविटी रेट

3752 नए मरीज मिले मई में

6397 मरीज मई में हुए स्वस्थ

आगरा। कोरोना संक्रमण ने अप्रैल में खूब पैर पसारे, लगातार कोरोना के केस बढ़ते गए। स्थिति ये आ गई कि लोगों को हॉस्पिटल में इलाज के लिए बेड कम पड़ गए। बढ़ते केसों को देखते हुए व्यापारियों ने सेल्फ लॉकडाउन लगाया और सरकार से लॉकडाउन की मांग की। लेकिन सरकार ने देर से ही सही लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया और अब उसका असर देखने को मिला है। रविवार को अप्रैल के शुरूआती दिनों के बाद सबसे कम 111 केस आए हैं। आखिरकार लॉकडाउन ही काम आया।

कारगर रही लॉकडाउन की नीति

कोरोना से निपटने के लिए लॉकडाउन की नीति कारगर साबित हुई है। पहले रात, फिर सप्ताह में तीन दिन और उसे बढ़ाकर सात दिनों तक कर दिया गया। ये लॉकडाउन कोरोना की चेन को ब्रेक करने में कारगर साबित हुआ है। मई में लगातार कोरोना के नए मामलों में घटते आंकड़े यही साबित कर रहे हैं। कोरोना की चेन तोड़ने में आमजन ने भी बड़ी भागीदारी निभाई है। लोगों ने लॉकडाउन के नियमों का पालन किया वे जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकले।

पॉजिटिविटी रेट हुई कम

आगरा में लॉकडाउन लगने से कोरोना संक्रमण के ऊपर सीधा असर पड़ा है। कोरोना की चेन ब्रेक हुई है। कोरोना की संक्रमण देर यानि सैंपल पॉजिटिविटी रेट में काफी तेजी से कमी आई है। अप्रैल के आखिरी सप्ताह और मई के शुरूआती दिनों में ये 15 परसेंट तक पहुंच गई थी। लेकिन इसके बाद इसमें लगातार कमी आई है। अब यह दो परसेंट तक पहुंच गई है। रविवार को 6182 सैंपल में 111 लोगों में ही कोरोना का संक्रमण मिला है।

एक्टिव केस हुए कम

आगरा में अप्रैल के बाद से कोरोनावायरस का संक्रमण अचानक से बढ़ना शुरू हो गया था। इसके बाद से अप्रैल में कोरोना का संक्रमण बढ़ता चला गया। लेकिन मई में कोरोनावायरस के संक्रमण में कमी देखने को मिल रही है। एक ओर जहां कोरोना के नये केसों में कमी आई है वहीं दूसरी ओर मरीज ठीक भी हुए हैं। पहले एक्टिव केस की संख्या 4500 तक पहुंच गई थी। जो अब 1682 हो गई है। मई में अब तक 3752 नये कोरोना के मरीज मिले हैं, वहीं 6397 मरीज स्वस्थ हुए हैं।

अप्रैल रहा सबसे भारी

अप्रैल में कोरोनावायरस के केसों ने अचानक ही राइज करना शुरू कर दिया। अप्रैल में कुल 9731 कोरोना के केस मिले, वहीं 111085 सैंपल की जांच की गई। इस प्रकार से पूरे अप्रैल में कोरोना संक्रमण की दर 8.75 परसेंट रही। यानि प्रत्येक 100 सैंपल में लगभग नौ लोगों में संक्रमण मिला। इसके साथ ही अप्रैल में कोरोना से आगरा में कुल 86 लोगों ने अपनी जान गंवाई।

तारीख मरीज मिले स्वस्थ हुए

01 मई 647 809

02 मई 649 637

03 मई 396 644

04 मई 267 763

05 मई 205 707

06 मई 234 616

07 मई 198 515

08 मई 225 396

09 मई 241 323

10 मई 285 503

11 मई 252 227

12 मई 189 184

13 मई 177 233

14 मई 165 258

15 मई 158 170

16 मई 111 221

कोरोना से बचाव के लिये इनका पालन अवश्य करते रहें

- बिना शारीरिक कॉन्टेक्ट के एक-दूसरे का अभिवादन करें

- शारीरिक दूरी का पालन करें

- दोबारा उपयोग कर सकने वाला मास्क पहनें

- आंख, नाक और मुंह को न छूएं

- हाथों को समय-समय पर अच्छे से साफ करें

- तंबाकू, खैनी को खाने से बचें और सार्वजनिक स्थान पर न थूकें

- बार-बार छूने वाली सतहों जैसे दरवाजे के हैंडल, कुंडी इत्यादि को साफ करते रहें

कोरोनावायरस की चेन अब ब्रेक हो रही है। बीते दिनों में कोरोना के मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़ी है। वहीं नये कोरोना के केस भी मिलना कम हुए हैं। सैंपल पॉजिटिविटी रेट भी अब दो परसेंट तक पहुंच गई है।

-प्रभु एन। सिंह, जिलाधिकारी

कोरोनावायरस के संक्रमण में अब कमी आने लगी है। लॉकडाउन लगने से लोग घरों से कम बाहर निकल रहे हैं और इससे संक्रमण की चेन टूटी है। अब भी लोगों को लगातार कोरोना से बचाव की आवश्यकता है।

-डॉ। आरसी पांडेय, सीएमओ

Posted By: Inextlive