दो परिवारों के चेहरों पर मुस्कान
दो बच्चों को आज परिवार के सुपुर्द किया जा सकता है
ऑपरेशन स्माइल की टीम ने खंगाले सिटी के अनाथालय आगरा। बिछड़े बच्चों को अपनों से मिलाने के लिए स्माइल टीम आगरा पहुंची। गाजियाबाद से शुरू हुए ऑपरेशन स्माइल की टीम ने दो बच्चों की पहचान की। इन बच्चों के परिजनों से बातचीत की जा रही है। जल्द ही ये बच्चे परिवार के सुपुर्द कर दिए जाएंगे। दो बच्चे हुए ट्रेसएक गोरखपुर और दूसरा बच्चा फतेहपुर का बताया जा रहा है। हालांकि टीम ने इस मामले में अभी कोई अन्य जानकारी नहीं दी है। गाजियाबाद से आई चार सदस्यीय टीम एसआई समर बहादुर सिंह के नेतृत्व में बुधवार रात यहां पहुंची। गुरुवार सुबह टीम सबसे पहले शाहगंज स्थित राजकीय बाल गृह पहुंची। यहां से गांधी नगर स्थित मातृछाया अनाथालय में पहुंच जांच पड़ताल की। टीम प्रभारी ने बताया कि सम्भवत: बच्चों को उनके परिजनों से शुक्रवार तक मिलवा दिया जाएगा।
बच्चों से की पूछताछटीम ने बच्चों से पूछताछ की। जिन बच्चों को अपने परिवार के बारे में जानकारी नहीं थी, उनके बारे में टीम ने अनाथालयों के वार्डन से बात की। पूछा कि, ये बच्चे कैसे और कहां से प्राप्त हुए। अनाथालयों के रिकॉर्ड खंगाले। टीम के पास जिन लापता बच्चों के फोटो थे, उनके आधार पर बच्चों की पहचान करने का प्रयास किया। टीम यहां से लापता बच्चों के फोटो, अनाथालयों का रिकॉर्ड ले गई। शाम को टीम मथुरा पहुंची। यहां जांच पड़ताल करने के बाद टीम बनारस के अनाथालयों में बच्चों का रिकॉर्ड खंगालने जाएगी।
लापता बच्चों की तस्करी की आशंका टीम ने आशंका जताई कि आगरा के पास फतेहपुर सीकरी की सीमा राजस्थान से सटी हुई है। कहीं ऐसा न हो कि आगरा से बच्चों की दूसरे प्रदेश में तस्करी कर दी गई हो। इसी को ध्यान में रखते हुए टीम फतेहपुर सीकरी में भी जांच करेगी। सीएम करेंगे ऑपरेशन स्माइल समापन टीम के सदस्यों ने बताया कि पूरे प्रदेश से ब्योरा जुटाने के बाद एसएसपी गाजियाबाद को सौंपा जाएगा। टीम ऑपरेशन स्माइल की उपलब्धियां भी बताएगी। अभियान का समापन समारोह गाजियाबाद में होगा। इसमें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मौजूद रहेंगे। आगरा से 100 बच्चे लापता पुलिस सूत्रों के मुताबिक आगरा जनपद में वर्ष 2002 से अक्टूबर 2014 तक करीब 100 से अधिक बच्चे लापता हुए। इन्हें अब तक पुलिस खोजने में नाकाम रही है।