आगरा. ब्यूरो सराय ख्वाजा के एक जनसेवा केंद्र में स्कैनर से 100-100 रुपए के नकली नोट छापे जा रहे थे. पुलिस ने गुरुवार को यहां छापा मारकर तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है. इसने 18700 रुपए के नकली नोट और स्कैनर समेत अन्य चीजें बरामद की हैं. आरोपियों को नकली नोट छापने का विचार वेब सीरीज फर्जी देखकर आया. इसके बाद उन्होंने यूट््यूब पर नकली नोट बनाना सीखा. यह नोट वह शराब ठेकों ठेल और फड़ वालों के यहां चला रहे थे.

फर्जी वेब सीरीज से मिला आइडिया
पुलिस के अनुसार आरोपियों का नाम दीपेश कुमार, दीपक कुमार और हेमंत उर्फ बिट़्टू हैं। ये सभी कृष्णा नगर काछीपुरा सदर के रहने वाले हैं। दीपेश और हेमंत सराय ख्वाजा में जनसेवा केंद्र चलाते हैं। पूछताछ में दीपेश ने बताया, उन्होंने शाहिद कपूर की वेब सीरीज फर्जी देखी थी। इसमें हीरो नकली नोट छापता है। इससे उन्हें नकली नोट बनाकर बाजार में चलाने का आइडिया मिला। इसके बाद स्कैनर, कलर ङ्क्षप्रटर, कङ्क्षटग मशीन, कागज आदि जुटाया।


10 हजार के नकली नोट 5 हजार में
दीपेश ने पुलिस को बताया, नकली नोट स्कैन करके छापने के बाद उसे बाजार में चलाने का जिम्मा दीपक का था। उसे 10 हजार के नकली नोट पांच हजार रुपए में देते थे। वह शराब ठेकों, अंडे-चाऊमीन और चाट की ठेल, फड़ लगाने वालों के यहां नकली नोट चलाता था। शाम को इन जगहों पर काफी भीड़ होती है। इसलिए ठेल वाले 100 रुपए के नोट को अधिक ध्यान से नहीं देखते हैं।

100 रुपए देकर खरीदते थे 80 का सामान
पकड़े गए आरोपितों ने बताया, वह सिर्फ 100 रुपए का नोट ही छापते थे। इस नोट को लेने वाला अधिक जांचता-परखता नहीं है। वह 70 से 80 रुपये का सामान खरीदते थे। इससे फड़ और ठेल वाला नोट को गल्ले में डाल उन्हें तत्काल बाकी रकम दे देता था।

मार्केट से खरीदते थे कागज
नोट बनाना सीखने के बाद आरोपियों ने कई तरह के कागज बाजार से खरीदे। उन्होंने नकली नोट बनाने के लिए दस तरह के कागज पर प्रयोग किए। इसके बाद असली नोट से मिलते-जुलते कागज का चयन किया।


नोट तैयार करने का तरीका
पुलिस ने बताया कि हेमंत असली नोट का स्कैन करके कलर प्रिंटर से प्रिंट निकालता था। इसके बाद दीपेश और दीपक बाजार में फुटकर में सामान खरीदने में नोट चला देते थे। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने अपने खर्चों को पूरा करने के लिए ये तरीका अपनाया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा है।


शाहगंज पुलिस को कई ठेल और फड़ वालों ने नकली नोट मिलने की सूचना दी थी। पुलिस ने इलाके के ठेल और फड़ वालों के यहां छानबीन के बाद सरगना दीपेश समेत गैंग के दो सदस्यों को अरेस्ट कर लिया। तीनों आरोपियों को जेल भेजा गया है।
सूरज कुमार राय, पुलिस उपायुक्त नगर


पकड़े गए गैंग ने बताया, कि उन्होंने शाहिद कपूर की एक फर्जी वेबसीरीज को देख आईडिया आया था, रोजाना के शौक और खर्चों को पूरा करने के लिए नकली नोट तैयार करना शुरू किया।
भानू प्रताप सिंह, थाना प्रभारी शाहगंज

Posted By: Inextlive