- लोगों की नींद में खलल डाल रहे हैं मच्छर लगातार बढ़ रही संख्या


प्रयागराज ब्यूरो । गर्मी बढ़ते ही अपने आप मच्छरों की संख्या में इजाफा होने लगा है। यह मच्छर लोगों की नींद खराब कर रहे हैं। इनके डंक से तिलमिलाहट भी बढ़ जाती है। बावजूद इसके मलेरिया विभाग निश्चिंत है। अधिकारियों का कहना है कि ये सीजन के पहले मच्छर हैं और इन्हे न्यूसेंस मास्कीटो कहा जाता है। यह किसी प्रकार के घातक वायरस ले जाने में सक्षम नही हैं। यह केवल काटते व खून पीते हैं।आकार में छोटे लेकिन डंक तेज


न्यूसेंस मास्कीटों अगर मलेरिया और डेंगू नही फैला सकता तो यह आपकी नींद जरूर उड़ा सकता है। क्योंकि यह आकार में जितना छोटा होता है उसका डंक उतना ही तेज है। इसके एक वार से किसी की भी नींद टूट सकती है। फिलहाल इस मच्छर से निजात दिलाने के लिए मलेरिया विभाग की ओर से कोई खास कार्रवाई भी नही कर रहा है। वर्तमान में केवल रूटीन एंटी लार्वा कार्रवाई की जा रही है।नगर निगम के संसाधन भी फेल

मार्च के तीसरे सप्ताह में मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि नगर निगम के संसाधन भी कम पडऩे लगे हैं। उनकी 8 फागिंग मशीन, 320 कर्मचारी, 212 साइकिल फागिंग मशीन, 160 फागिंग टीम भी पूरे 80 वार्ड में मच्छरों से मुकाबला नही कर पा रही हैं। राजापुर, अल्लापुर, अशोकनगर, मेंहदौरी, तेलियगंज, सिविल लाइंस, कर्नलगंज, जार्जटाउन, मुंडेरा, प्रीतम नगर, बेली, ऊंचवागढ़ी, मम्फोर्डगंज, सलोरी, गोङ्क्षवदपुर,शिवकुटी सहित कई क्षेत्रों में मच्छरों से मुकाबला करना मुश्किल हो रहा है। कैसे होगा बचाव- मच्छरदानी का उपयोग करिए- कमरे में क्वायल का इस्तेमाल करें- घर या आसपास के एरिया में जलभराव को हटा दें- घर की साफ सफाई करें, इससे मच्छर नही पनपेंगेफाङ्क्षगग और एंटी लार्वा का छिड़काव कराने के लिए टीम बनाई गई है। टीम की निगरानी के लिए भी अधिकारी लगाए गए हैं। जहां पर लापरवाही की शिकायत मिलेगी सम्बंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। डा। अभिषेक ङ्क्षसह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम ये मच्छर डेंगू और मलेरिया फैलाने में सक्षम नही हैं। यह न्यूसेंस मास्कीटो हैं और यह जोर से काटते हैं। इसलिए लोगों को रात में मच्छरदानी लगाकर सोना चाहिए। हमारी ओर से रूटीन एंटी लार्वा छिड़काव किया जा रहा है।आनंद सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी

Posted By: Inextlive