घटिया और केमिकल वाले रंगों से खराब हुई दर्जनों की होलीअस्पतालों के चक्कर काटते रहे मरीज आंखों में जलन पैदा करते रहे रंगस्किन पर हुई एलर्जी सांस लेना हुआ दुश्वार

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। होली पर सरकार की अनदेखी दर्जनों लोगों पर भारी पड़ रही है। दरअसल, यहां रंगों की बात हो रही है। दोयम दर्जे की क्वालिटी रंगों की वजह से लोगों की होली खराब हो रही है। सोमवार और मंगलवार को होली के मौके पर दर्जनों लोग रंगों से परेशान होकर अस्पतालों में पहुंचे। किसी को आंख की समस्या थी तो कोई स्किन एलर्जी से परेशान नजर आया। डॉक्टर्स का कहना था खतरनाक केमिकल वाले रंगों से ऐसी दिक्कतें पैदा हो रही हैं।

अचानक आंखों में होने लगी जलन
केमिकल वाले रंगों से सबसे ज्यादा दिक्कत आंखों को हुई। लूकरगंज के रहने वाले अमित अपने परिवार के साथ होली खेल रहे थे कि अचानक उनकी आंख में तेज जलन होने लगी। काफी देर तक पानी से धोने के बाद भी आराम नही मिला तो परिजन उन्हें मनोहर दास क्षेत्रीय नेत्र चिकित्सालय लेकर गए। यहां पर आधे घंटे तक इलाज होने के बाद भी आराम नही मिला। शाम तक अमित ऐसे ही दर्द से बिलबिलाते रहे। फिर जाकर उन्हे थोडृा आराम मिला। डॉक्टर्स का कहना था कि गुणवत्ताहीन रंगों की वजह से ऐसी समस्या हुई है।

पूरे शरीर में हुई जलन और खुजली
इसी तरह से बेली गांव की रहने वाली सुप्रिया अपने परिवार के साथ होली खेल रही थी कि अचानक दोपहर दो बजे उनके हाथों में अचानक खुजली होने लगी। जैसे ही उन्होंने हाथ लगाया तेज जलन होने लगी। उन्होंने इसकी जानकारी परिजनों को दी तो उन्होंने नजदीक के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में दिखाया। डॉक्टर ने बताया कि रंग की वजह से उन्हे एलर्जी हो गई है और इसे ठीक होने में दो से तीन दिन का समय लग सकता है। हालांकि मंगलवार शाम तक उन्हे आराम मिल गया था।

किसी दुकान की नही होती जांच
होली पर खानपान की चीजों की जांच तो खाद्य विभाग करता है लेकिन रंगों की जांच कोई नही करता है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। दुकानों पर सस्ते और घटिया रंगों को ऊचे दामों पर बेच कर पब्लिक को बेवकूफ बनाया जाता है। इन पर हर्बल कलर का लेबल लगाकर पचास से सौ रुपए में बेचा जाता है और पब्लिक इसे लेकर झेल जाती है। ऐसे लोगों पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नही की जाती है।

दर्जनों मरीज होली पर अस्पतालों में आए थे। इसके लिए डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई थी। पता चला कि रंगों में मिले केमिकल और खराब क्वालिटी की वजह से आंखो मे ंसंक्रमण हो गया। समय रहते लोग अस्पताल नही आते तो आंखों पर विपरीत असर पड़ सकता था।
डॉ। एसपी सिंह, डायरेक्टर, एमडीआई अस्पताल प्रयागराज

Posted By: Inextlive