केवल 26 के पास वेंटीलेटर
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-शासन ने स्वास्थ्य विभाग से मांगी थी ऐसे अस्पतालों की सूची जहां आपात स्थिति में भर्ती किये जा सकें कोरोना के मरीज -फीडबैक से सामने आया सच जिला स्तर के दो अस्पताल भी कोरोना के पेशेंट को रखने की स्थिति में नहीं -प्रयागराज से भेजे गये तीनों सैंपल का रिजल्ट आया निगेटिव vineet.tiwari@inext.co.in PRAYAGRAJ: कोरोना वायरस की दशहत हर तरफ है। लेकिन ग्राउंड लेवल पर कोरोना से मुकाबले के लिए तैयारी की स्थिति ठीक नहीं है। कहने को जिले में 400 निजी हॉस्पिटल और नर्सिग होम हैं। लेकिन इनमें से महज 26 हॉस्पिटल ऐसे हैं जिनमें इमरजेंसी के दौरान कोरोना वायरस के मरीजों को भर्ती किया जा सकता है। यह रिपोर्ट खुद स्वास्थ्य विभाग ने शासन को भेजी है। सीरियस मरीज को चाहिए वेंटीलेटर-आगरा, दिल्ली और गाजियाबाद में कोरोना वायरस के पेशेंट पाए जाने के बाद शासन की ओर से शहर के वेल इक्विप्ड और इलाज में सक्षम हॉस्पिटल्स की लिस्ट मांगी गई थी।
-इसके जवाब में केवल 26 हॉस्पिटल्स का नाम ही भेजा गया है। इनमें से केवल 22 हॉस्पिटल्स के पास ही वेंटीलेटर हैं। -बता दें कि कोरोना वायरस के मरीज के लंग्स में इंफेक्शन अधिक हो जाने पर उसे वेंटीलेटर की जरूरत होती है।-ऐसे में उसे उसी हॉस्पिटल में एडमिट कराया जा सकता है जहां यह सुविधा उपलब्ध हो।
यहां उपलब्ध हैं वेंटीलेटर हास्पिटल का नाम वेंटीलेटर आनंद हॉस्पिटल 2 विनीता हॉस्पिटल 2 प्राची नर्सिग होम 2 पार्वती हॅास्पिटल 12 वात्सल्य हॉस्पिटल 4 नारायण स्वरूप हॉस्पिटल 3 जीवन ज्योति हॉस्पिटल 7 द्वारिका हॉस्पिटल 2 सरदार हॉस्पिटल 3 वीरेंद्र हॉस्पिटल 2 नाजरेथ हॉस्पिटल 2 आरव ब्रेन एंड स्पाइन 3 शकुंतला हॉस्पिटल 8 अरविंद रिसर्च सेंटर 2 जागृति हॉस्पिटल 2 साकेत हॉस्पटल 2 साकेत मेडिकल्स 2 आशुतोष हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर 2 राज नर्सिग होम 1 गंगादीन हॉस्पिटल 2 मोहक हॉस्पिटल 2 आदर्श हॉस्पिटल 1 सरकारी में केवल एसआरएन के पास सुविधा-सरकारी तंत्र में केवल एसआरएन हॉस्पिटल के पास ही वेंटीलेटर मौजूद है। -बेली और काल्विन हॉस्पिटल में एक भी वेंटीलेटर नहीं है, यहां कोरोना वार्ड बनाए गए हैं।
-जानकारी के मुताबिक एमएलएन मेडिकल कॉलेज में 15, बेली हॉस्पिटल, काल्विन और डफरिन में 10-10 बेड मिलाकर कुल 45 बेड के टोटल वार्ड बनाए गए हैं। -इनमें कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज किया जाएगा। सीरियस मरीजों को वेंटीलेटर वाले हॉस्पिटल्स में भर्ती कराना होगा। बनाया गया कंट्रोल रूम शुक्रवार को सीडीओ आशीष कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कोरोना वायरस से बचाव के संबंध में जानकारी दी गई। इसमें एसीएमओ डॉ। आरएस ठाकुर और मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह ने बताया कि कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। इसका नंबर 05322640645 और 9415238998 है। बताया कि एयरपोर्ट पर जांच के बाद ही यात्रियों को प्रवेश दिया जा रहा है। बचाव के लिए थ्री लेयर मास्क का उपयोग किया जाए। निगेटिव आई सैंपल की रिपोर्ट उधर, स्वास्थ्य विभाग की ओर से तीन संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजे गए थे। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। डॉक्टर्स का कहना है कि अभी तक एक भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है।कोरोना वायरस के मरीज के इलाज के लिए सरकारी हॉस्पिटल्स में 45 बेड रिजर्व किए गए हैं। यहां हमारे पास पर्याप्त दवाएं और स्टाफ हैं। फिर भी सीरियस मरीज होता है तो उसे प्राइवेट में भर्ती कराया जा सकता है। वहां वेंटीलेटर की सुविधा मिलेगी। एसआरएन हॉस्पिटल में भी वेंटीलेटर मौजूद हैं।
-डॉ। मेजर गिरिजाशंकर बाजपेई, सीएमओ