शुरू हो गया मुद्दों और वादों का दौर
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेजेस में छात्रसंघ चुनाव की सरगर्मियां तेज
vikash.gupta@inext.co.in ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और इससे जुड़े डिग्री कॉलेजेस में छात्रसंघ चुनाव नजदीक आने के साथ ही सरगर्मियां बढ़ गई हैं। इसके साथ ही दावे, वादे और मुद्दों की लड़ाई भी शुरू हो चुकी है। विभिन्न छात्र संगठनों के बैनर तले चुनाव लड़ने वाले और अपने दम पर दावा ठोंकने वाले बराबर एक्टिव हैं। चुनावी मेनिफेस्टो के एजेंडे अलग-अलग छात्र संगठन भी अपना चुनावी मेनिफेस्टो लेकर मैदान में उतर चुके हैं। चुनाव आते ही क्लासेस, हॉस्टल, छात्राओं की सुरक्षा आदि की बातें शुरू हो चुकी हैं। इनमें कुछ टॉप के एजेंडे तो लगभग सभी की लिस्ट में शामिल हैं। इन वादों से लुभा रहे क्लासेस चलवाएंगे। छात्र-छात्राओं के लिये छात्रावासों में वृद्धि। छात्रावासों एवं विभिन्न पाठ्यक्रमों की बढ़ी हुई फीस के खिलाफ संघर्ष। कैंटीन की संख्या में बढ़ोत्तरी। सेंट्रल लाइब्रेरी से सभी को किताबें इश्यू करवाना।सभी विभागों में लाइब्रेरी व लैब की सुविधा बढ़ाना और बुक्स की संख्या में बढ़ोत्तरी।
शिक्षकों की कमी को पूरा करवाना। कैम्पस और हॉस्टल में साफ पानी व 24 घंटे बिजली आपूर्ति करवाना। छात्रावासों में सब्सिडी युक्त मेस चलवाना। परिसर में अराजकता के माहौल पर लगाम व छात्राओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करवाना।विवि में हेल्थ सेंटर की स्थापना, छात्रों का बीमा
साफ सुथरे शौचालय, वाशरूम, कॉमन रूम की व्यवस्था छात्रसंघ को आम छात्र-छात्राओं के प्रति जवाबदेह बनाना आदि कॉलिंग कैम्पस में लोकतांत्रिक माहौल की बहाली और संवाद पर हमारा फोकस है। छात्राओं की सुरक्षा, क्लासेस, हॉस्टल जैसे मुद्दे लेकर हमने अपना पैनल घोषित किया है। उम्मीद है जीत सुनिश्चित होगी। सुनील मौर्या, आइसा समाजवादी छात्रसभा चुनाव में अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। हम डंके की चोट पर चुनाव जीतने जा रहे हैं। छात्र-छात्राओं की बेसिक प्रॉब्लम्स पर हमारा पूरा फोकस है। अखिलेश गुप्ता गुड्डु, समाजवादी छात्रसभा हम यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेजेस में पूरी मजबूती से अपना दमखम दिखायेंगे। एक-एक स्टूडेंट्स तक हम पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी समस्यायें जानने की कोशिश कर रहे हैं। रिंकू पयासी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्वच्छ कैम्पस, साफ पानी, सब्सीडी युक्त कैंटीन को लेकर हमारी लड़ाई चलती आ रही है। छात्रों की समस्याओं को लेकर कुलपति और विवि प्रशासन से लड़ाई सिर्फ एनएसयूआई ने ही लड़ी है। राजीव यादव, एनएसयूआईपरिसर में अकादमिक एवं सांस्कृतिक बेहतरी तथा सामाजिक न्याय के सवाल पर एसएफआई चुनाव लड़ेगी। सीटों में कटौती हो रही है, शिक्षा पर खर्च घट रहा है और फीस बढ़ोत्तरी को थोपा जा रहा है। जिससे गरीब और वंचित तबका उच्च शिक्षा की मुख्य धारा से बाहर हो जा रहा है।
सतीश खरवार, एसएफआई -------------- ऐसा है कार्यक्रम ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज चार व पांच अक्टूबर को नामांकन पत्रों का वितरण सुबह 11 बजे से अपराह्न दो बजे तक। छह अक्टूबर को विभिन्न पदों के लिए नामांकन सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक। नौ अक्टूबर को नाम वापसी व आपत्तियां पूर्वाह्न 11 बजे से 12 बजे के बीच इसी दिन नामांकन पत्रों की जांच व वैध प्रत्याशियों की सूची सायं चार बजे। 10, 11 व 12 अक्टूबर को चुनाव-प्रचार। 14 अक्टूबर को मतदान, मतगणना, परिणाम की घोषणा व शपथ ग्रहण। चौधरी महादेव प्रसाद डिग्री कॉलेज नामांकन पत्रों की बिक्री सुबह 10 बजे से अपराह्न एक बजे तक चार व पांच अक्टूबर को। चार व पांच को नामांकन पत्र 11 बजे से दो बजे के बीच जमा किए जा सकेंगे। पांच अक्टूबर को प्रत्याशियों की सामान्य सूची। छह व सात अक्टूबर को आपत्ति, नामांकन पत्रों की जांच एवं आपत्तियों का निराकरण। नौ अक्टूबर को नाम वापसी व वैध प्रत्याशियों की सूची सायं चार बजे तक। 11 व 12 अक्टूबर को चुनाव प्रचार। 12 अक्टूबर को अपराह्न एक बजे दक्षता भाषण।14 अक्टूबर को मतदान, मतगणना, परिणाम की घोषणा व पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण।
इलाहाबाद डिग्री कॉलेज नामांकन फार्मो की बिक्री चार व पांच अक्टूबर को कीडगंज परिसर से पूर्वाह्न 11 बजे से दो बजे के बीच। छह अक्टूबर को नामांकन पूर्वाह्न 11 बजे से होगा। संभावित प्रत्याशियों की सूची इसी दिन सायं चार बजे तक जारी होगी। सात अक्टूबर को नामांकन पत्रों पर आपत्तियां। आठ अक्टूबर को नाम वापसी व अंतिम सूची का प्रकाशन। 10 व 12 अक्टूबर को चुनाव प्रचार। 12 अक्टूबर को दक्षता भाषण अपराह्न एक बजे से तीन बजे के बीच। 14 अक्टूबर को मतदान, मतगणना, परिणाम की घोषणा व शपथ ग्रहण।