एक रसोइये के भरोसे वीसी का रहन सहन, नौ माह में खर्च किये मात्र 57 हजार

यूनिवर्सिटी के पीआरओ ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर सभी आरोपों को नकारा

ALLAHABAD: पिछले कई दिनो से चले आ रहे घटनाक्रम में आरोपों के अंबार से घिरे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो। रतन लाल हांगलू ने खुद पर लगे सभी आरोप खारिज किये हैं। इविवि के पीआरओ प्रोफेसर योगेश्वर तिवारी ने पे्रस कांफ्रेंस में कहा कि वीसी पर लगे आरोप भ्रामक, निराधार एवं तर्कहीन हैं। आश्चर्य की बात ये कि पीआरओ ने इस दौरान जो विज्ञप्ति जारी की वह सादे कागज पर थी और किसी ने हस्ताक्षर भी नहीं किया था।

अन्यों से काफी कम किया खर्च

वीसी प्रो। आरएल हांगलू के खिलाफ कई शिकायतें एमएचआरडी में की गई हैं। पीआरओ ने प्रेस कांफ्रेंस में एक-एक कर सभी आरोपों का खंडन किया। कहा कि वीसी ने नौ माह के कार्यकाल में मात्र 57 हजार 170 रुपये खर्च किए। पूर्व के अन्य कुलपतियों के स्टॉफ एवं निवास पर होने वाला खर्च इससे कई गुना अधिक था।

पूर्व में बने मकान का भुगतान

पीआरओ ने बताया कि वीसी के आवास पर केवल एक रसोइया की तैनाती है। इसके अलावा उनकी सेवा में कोई कार्यरत नहीं है। उन्होंने गाड़ी के नाम पर सिर्फ एक एसयूवी खरीदी है। पूर्व कुलपति प्रो। एके सिंह के कार्यकाल में मकान के जीर्णोद्धार पर 07 लाख 31 हजार रुपये खर्च हुए, 70 लाख नहीं। हालांकि, इसका भुगतान प्रो। हांगलू के कार्यकाल में किया गया।

वरिष्ठता से जुड़ा विवाद

प्रो। हांगलू से पहले कई विशेष कार्याधिकारी नियुक्त थे। इनमें से आठ की नियुक्ति निरस्त की गई। एथलेटिक्स एसोसिएशन में तीन कोच के स्थान पर एक और कुलपति कार्यालय में चार सहायकों के स्थान पर एक की नियुक्ति की गई। नियम और परिनियमों से परे तथा कई वरिष्ठता के मुद्दों पर कहा गया कि वीसी सभी मुद्दों का स्वत: संज्ञान लेकर उचित व्यक्ति का चयन करने के उद्देश्य से कार्य कर रहे हैं।

Posted By: Inextlive