युवती के निर्वस्त्र मिलने से जताई जा रही है आशंका घुमंतू गिरोह के सदस्य भी शक के दायरे मेंचार लोगों की हत्या सूचना मिलते ही पुलिस के आला अफसरों के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर जुट गये. मौके पर पहुंचे दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट रिपोर्टर ने जो कुछ भी देखा उसके मुताबिक मृतक घर के सामने करीब 40 फिट की रोड है. यह रोड आगे जाकर लखनऊ हाइवे से मिलती है. घर की दीवार करीब 6 फिट ऊंची थी. इसे कोई भी आसानी से फांद सकता है. इससे इंट्री लेने के बाद भीतर बने कच्चे मकान में कोई दरवाजा नहीं था. यानी सीधे घर में प्रवेश का मौका मिल जाता है. बरामदे के सामने फूलचंद्र की बॉडी चारपायी पर पड़ी थी. उसके सिर व गले पर जख्म के निशान थे. बगल में कुल्हाड़ी पड़ी थी. बायी ओर की चारपायी पर पत्नी मीनू देवी की बॉडी थी. उसके शरीर पर कपड़े अस्त-व्यस्त थे. ठीक चारपायी के नीचे 10 साल का बेटा शिव व लोग प्यार से बाबू कहते थे उसकी बॉडी जमीन पर पड़ी थी. उसके सिर पर भी गहरे जख्म थे. बरामदे से सटे कमरे में बेटी सपना की बॉडी चारपायी पर नेकेड पड़ी थी. कुछ दूरी पर एक ओर कुल्हाड़ी थी. घर के मेन गेट का दरवाजा खुला हुआ था. यह लाइव सीन कई तरह के संकेत दे रहा था. इसने कई तरह के शक भी पैदा कर दिये.


प्रयागराज (ब्यूरो)। इस सनसनीखेज वारदात में युवती और महिला के साथ किया गया व्यवहार कुछ अलग ही संकेत देता है। इससे आशनाई का भी इशारा मिलता है और जबरन रेप की कोशिश का भी। शायद किसी को इसकी भनक लग गयी और यह पूरे परिवार के लिए काल बन गया। पहचान छिपाने के लिए सभी को एक साथ मौत के घाट उतार दिया गया। नामजद रिपोर्ट होने के बाद भी पुलिस इस एंगल को पुष्ट करना चाहती है। इसी के चलते युवती के मोबाइल का कॉल डिटेल निकलवाने का फैसला लिया गया है।बॉडी नहीं उठने दे रहीं थीं महिलाएं


घटना के बाद स्पॉट पर पहुंची पुलिस ने बॉडी उठाने की कोशिश की तो महिलाएं सामने आ गयीं। उनका कहना था कि आरोपितों को गिरफ्तार किया जाय तभी बॉडी उठने दी जाएगी। इससे पंचनामा की प्रक्रिया भी लेट हो गयी। दोपहर में आईजी डा। राकेश ङ्क्षसह मौके पर पहुंचे। उन्होंने पब्लिक को भरोसा दिलाया कि लापरवाह इंस्पेक्टर के साथ दरोगा सिपाही सस्पेंड किये जाएंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आरोपितों पर जल्द से जल्द कार्रवाई होगी। इसके बाद करीब तीन घंटे लग गये बॉडी को निकलवाकर पोस्टमार्टम हाउस भेजवाने में। समाचार लिखे जाने के समय तक मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया था। सूचना थी कि रात में ही पोस्टमार्टम कराया जायेगा लेकिन किसी ऑफिशियल ने इसकी पुष्टि नहीं की।घर के आसपास ही घूमता रहा डॉग स्क्वॉडहत्यारों की तलाश में खोजी कुत्ते की मदद ली गई। वह अधेड़ के घर से निकला और तालाब तक गया। इसके बाद फिर दूसरे रास्ते से अधेड़ के घर के पीछे भ_े पर जाकर रुक गया। कुछ देर बाद यह मंडराने के बाद वह पुन: मुख्य सड़क पर आ गया। इतनी जमीन नहीं कि कारण बने

घटना के संबंध में दर्ज करायी रिपोर्ट से जमीन का विवाद बताया गया है। इसे लेकर मारपीट और मुकदमा भी हो चुका था। वैसे गांव समाज की जमीन इतनी नहीं है कि उसके लिए एक साथ चार का खून बहाया जाय। पूछताछ में पता चला कि भूमि विवाद को लेकर मुकदमा मृतक ने नहीं बल्कि उसके भाई की पत्नी ने दर्ज कराया था। मृतक परिवार विपक्षियों के खिलाफ पैरवी कर रहा था। नामजद आरोपियों से झगड़ा मृतक के भाईयों से भी था। इस आधार पर घटना के पीछे भूमि विवाद की वजह कमजोर पड़ रही है। किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म करना और फिर उसके माता-पिता, छोटे भाई की नृशंस हत्या करना अवैध संबंंध अथवा आशनाई की ओर शक की सुई घुमा रही है। कुछ घटनाओं में ऐसा भी हुआ है कि दो व्यक्तियों की दुश्मनी का फायदा तीसरे शख्स ने उठाया था।जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। वह चाहे इंस्पेक्टर हों, दरोगा हो या फिर बीट का सिपाही, किसी भी स्तर पर लापरवाही सामने आयी तो कार्रवाई होगी। घटना की तमाम पहलुओं पर जांच करने के लिए पुलिस टीम लगा दी गयी है। जल्द ही कारण के साथ आरोपित सबके सामने होंगे।डा। राकेश ङ्क्षसह आईजी, रेंज प्रयागराज

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