अल्लापुर के बाघम्बरी क्षेत्र श्रीरामलीला कमेटी की ओर से संडे को तुलसी मंच पर कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ. इस दौरान तुलसी के मंच से कवियों ने एक से बढ़ कर एक रचनाओं की प्रस्तुति देकर जमकर तालियां बटोरी. इसके पहले चीफ गेस्ट आईजी केपी सिंह और विशिष्ट अतिथि श्रृंगवेरपुर धाम से आए शाडिल्य जितेन्द्र त्रिपाठी रहे. इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए आईजी केपी सिंह ने कहा कि श्रीराम कोटि कोटि जनों के आस्था का प्रतीक है. मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में उनके आदर्श हमें सदैव सदाचार सामाजिक समरसता सन्मार्ग और मानवता के लिए प्रेरित करते है. आज के बदलते दौर में हमें उनके आर्दशों को अपना चाहिए. विशिष्ट अतिथि ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे.


कवि सम्मेलन के दौरान रचनाकारों ने शानदार कविताओं की प्रस्तुति दी। कवि संतोष शुक्ला समर्थ कहा कि बरगद की पीपल की छांव छू के चला था, मैं घर से अपनी मां के पांव छू के चला था। अशोक बेशरम ने अपनी रचना प्रस्तुत करते हुए कहा कि भीख मांगे जो अदाकारी से, बच के रहना तुम उस भिखारी से। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए फेमस कवि यश मालवीय ने इस मौके पर नवगीतों की प्रस्तुति दी। वंदना शुक्ला ने श्रृंगार गीतों की प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। डॉ। श्लेष गौतम ने अपनी रचना प्रस्तुत करते हुए कहा कि रहूं चाहे जहां मैं अपने दिल में ङ्क्षहदुस्तान रखता हूं। कार्यक्रम का संयोजन रामलीला महासंघ के अध्यक्ष फूलचन्द्र दुबे ने किया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive