एसडीएम की 'पाकेट' काट गया जेबकतरा
रामपुर में है तैनाती, पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आए थे
झूंसी स्थित घर जाते समय कर्नलगंज एरिया में हुई घटना, रिपोर्ट दर्ज PRAYAGRAJ: जेबकतरे को इस बात का डर बिल्कुल नहीं था कि जिसकी पाकेट वह साफ कर रहा है यह एसडीएम रैंक के ऑफिसर हैं। इससे तो पूरी तरह अंजान रहा होगा कि वह वह पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने आ रहे हैं। वह अपना काम करके निकल गया तब एसडीएम को इसकी भनक लगी। पुलिस के पास जाने के अलावा उनके पास कोई चारा नहीं था। पुलिस अब पाकेटमार की तलाश में जुट गयी है। नोएडा में रहते हैं परिवार के साथघटना का शिकार बने संगम लाल यादव रामपुर में एसडीएम के पद पर तैनात हैं। परिवार के साथ वह नोएडा में रहते हैं। वह मूल रूप से झूंसी के रहने वाले हैं। उनके पिता का निधन हो गया था। सूचना पहुंची तो वह ट्रेन से घर के लिए निकल पड़े। वह प्रयाग स्टेशन उतरे और वहां से अलोपीबाग जाने के लिए वह ई-रिक्शा ले लिया। तहरीर के अनुसार रिक्शे में एक लंबा व मोटा व्यक्ति पहले से बैठा हुआ था। उन्होंने बताया कि कर्नलगंज थाना तिराहे के पास वह व्यक्ति उतरकर एक बाइक पर बैठ गया। बाइक वाला उसे बैकअॅप दे रहा था। यह देखकर उन्हें शक हुआ और हाथ पाकेट की तरफ गया। यह जानकर वह सन्नाटे में आ गये कि वह तगड़ा व्यक्ति जेबकतरा था और अपना काम करके जा चुका था। उन्होंने शोर मचाया तब तक वह काफी दूर निकल चुका था। उनके मुताबिक जेब में 50 हजार रुपये थे जो वह अंतिम संस्कार में खर्च करने के लिए अपने साथ लेकर आये थे। अलोपीबाग से उन्हें झूंसी के लिए तिपहिया टैक्सी पकड़नी थी।
पिता का निधन हो जाने पर एसडीएम साहब यहां आ रहे थे। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है। छानबीन की जा रही है। अरुण कुमार त्यागी इंस्पेक्टर कर्नलगंज