वल्र्ड मलेरिया डे स्पेशलमच्छरों का प्रकोप बढऩे से लोगों की नींद हुई हरामत्वचा रोगों में हुई बढ़ोतरी चकत्ते और लाल दोनों से मरीज परेशान

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आजकल नींद आने से पहले मच्छर आ जाते हैं और रात भर सोने भी नही देते। लोगों को हर समय मलेरिया का भय सताता रहता है, लेकिन चिंता की बात नही है। ये मच्छर मलेरिया नही बल्कि तनाव अधिक फैलाने वाला है। एक्सपट्र्स का कहना है कि यह क्यूलेक्स मास्कीटो है और इससे मलेरिया होने के चांसेज कम होते हैं। इसके डंक लंबे और तेज होते हैं और यह आवाज भी बहुत करता है। इसकी वजह से लोगों को रात में नींद नही आती है।

अनिद्रा से अवसाद को दावत
शहर के बहुत से एरिया में मच्छरों को प्रकोप तेजी से बढ़ा है। खासकर पुराने शहर और कछार वाले इलाकों में। यहां पर लोगों की रातों की नींद हराम हो चुकी है। इन एरिया से रोजाना सैकड़ों मरीज अनिद्रा की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं। उनका कहना है कि रात भर मच्छर लगने से उनकी नींद खराब हो रही है। जिससे वह अवसाद की ओर बढ़ रहे हैं। दिनभर मन उचाट रहता है और किसी काम में मन नही लगता है।

त्वचा में तेज खुजली और जलन
क्यूलेक्स मच्छर को न्यू सेंस मास्कीटो भी कहते हैं।
इसके काटने से लोगों को त्वचा में जलन, लाल चकत्ते और दाने हो रहे हैं।
एसआरएन अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 25 से 30 मरीज ऐसे पहुंच रहे हैं।
उनका कहना है कि मच्छरों के काटने वाले स्थान पर दाग हो जाता है और इस पर खुजाने से यह फैलने लगता है।
बच्चों को यह शिकायत अधिक हो रही है।

हर साल कम हो रहे हैं मलेरिया के मरीज
मलेरिया विभाग के आंकड़े बताते हैं कि हर साल मलेरिया के मरीज कम हो रहे हैं और इनकी जगह पर डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
इस साल भी अब तक महज 5 पाजिटिव मरीज ही मलेरिया के सामने आए हैं।
इसका कारण भी बताते हैं। अधिकारी बताते हैं कि संचारी अभियान के तहत दस विभाग मिलकर मलेरिया की रोकथाम में लगे हैं।
साथ ही आशा बहनों को भी मलेरिया जांच किट दी जाती है जिससे वह मौके पर मरीज की पहचान कर उनका इलाज कर रही हैं।
इससे मलेरिया का खतरा दिनोंदिन टलता जा रहा है।

मलेरिया के आंकड़े
वर्ष जांच मलेरिया के मरीज
2021 78900 274
2022 221500 187
2023 253800 100
2024 अब तक 42000 5

मलेरिया के लक्षण
ठंड के साथ तेज बुखार आना।
मरीज को कंपकंपी छूटना।
भूख न लगना और शरीर में ऐंठन और दर्द
सिर के दोनों ओर तेज दर्द और उल्टी पेट दर्द

बचाव
पूरे शरीर के कपड़े पहनकर रहें।
सोते समय मच्छरदानी का यूज करें।
मच्छर को भागने वाली क्वायल या रिफिल का यूज कर सकते हैं।
घर के आसपास जमा पानी को हटा दें या उसमें जला हुआ मोबिल डाल दें।
घर के भीतर कहीं पानी जमा होने नही दें।

अभी तापमान मच्छरों के अनुकूल है। जैसे जैसे तापमान अधिक होगा, मच्छर कम होते जाएंगे। वर्तमान में क्यूलेक्स मच्छर है और इनसे मलेरिया कम फैलता है लेकिन तनाव अधिक देते हैं। इनसे अनिद्रा और त्वचा की बीमारियां होती हैं। इसलिए मलेरिया से बचाव के पूरे साधन अपनाने चाहिए।
आनंद सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी प्रयागराज

मरीजों की संख्या तो बढ़ रही है, उनका कहना है कि मच्छरों के काटने से नींद पूरी नही हो रही है और चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है। साथ ही त्वचा में काटने से खुजली की समस्या बढ़ रही है। लोगों को मच्छरों से बचाव के इंतजाम इस समय जरूर करना चाहिए।
डॉ। डीके मिश्रा, फिजीशियन

Posted By: Inextlive