Allahabad : जितना दम-खम दोनों प्लेयर्स ने मैदान पर दिखया उतने ही जोश में सिटी के लोगों ने किया उनका स्वागत किया और बधाई दी. ये जूनियर उस्ताद भी कम नहीं इन्होंने भी बातों ही बातों में लोगों को अपना कांफिडेंस दिखा ही दिया. पढि़ए कौन हैं ये जूनियर उस्ताद जिनके सपनें हैं बड़े.


बड़ा नाम बनकर उभर रहा है इलाहाबादहॉकी जगत में इलाहाबाद एक बार फिर स्वर्ण अक्षरों में लिखे जाने की ओर अग्रसर है। यहीं के मूल रूप से रहने वाले दानिश मुज्तबा इंडियन टीम की कप्तानी कर चुके हैं। चोट के चलते फिलहाल वह टीम से बाहर हैं लेकिन जल्द वापसी करेंगे इसमें भी संदेह नहीं है। जूनियर गल्र्स हॉकी टीम की सदस्य ऋतुषा आर्या भी लगातार कामयाबी की सीढिय़ां चढ़ रहीं हैं। इसमें अब इन दोनों खिलाडिय़ों का नाम भी जुड़ गया है, जो इलाहाबाद में हॉकी के सुनहरे भविष्य का संकेत है।शुरू में काफी डर लग रहा था
आई नेक्स्ट से टूर्नामेंट से जुड़ी यादें शेयर करते हुए मो। आमिर और मो। इमरान ने कहा कि मलेशिया के बारू शहर में स्थित तामन दया स्टेडियम में फाइनल मुकाबले के लिए उतरे तो मन में एक डर सा था। लेकिन, जैसे-जैसे समय बीतता गया हमारे अंडर कांफीडेंस भरता चला गया। इसी का नतीजा था कि टीम ने 3-0 से एकतरफा जीत हासिल की। खेलेंगे जी जान से


मो। आमिर ने कहा कि हमारा नेक्स्ट टारगेट जूनियर हॉकी वल्र्ड कप है जो दिसंबर में दिल्ली में होगा। इसे जीतना हमारा सपना है। इसी के चलते हमें घर पर भी रहने का मौका कम ही मिलेगा। जल्द ही कैंप में शामिल होने निकल जाना है। जूनियर हाकी टीम को मिली जीत का श्रेय किसे सबसे ज्यादा देंगे? के जवाब में उनका कहना था कि  कोच ग्रेन क्लार्क की मेहनत थी जो पूरी टीम एक लय में खेली। आमिर इससे पहले सिंगापुर और मलेशिया में आयोजित टूर्नामेंट में भाग ले चुके हैं। मो। इमरान का भी सपना है कि इंडियन टीम वल्र्ड कप जीते। इससे पहले इमरान ने पूणे में आयोजित जूनियर नेशनल में हिस्सा लिया था। आमिर और इमरान का कहना है आज वह जिस मुकाम पर हैं उसमें पैरेंट्स के अलावारिलेटिव शाहिद कमाल खान का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने ही हमें हाकी की बारीकियों के बारे में बताया था।

Posted By: Inextlive