ड्रोन से होगी जंक्शन व स्टेशनों की निगरानी
2013 की घटना से सबक लेते हुए सुरक्षा के किए गए हैं कड़े प्रबंध
डीजी आरपीएफ अरुण कुमार ने लिया मेला तैयारियों का जायजा prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: कुंभ मेला 2019 रेलवे के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। कुंभ 2013 में जंक्शन पर भगदड़ में कई लोगों की मौत का दाग इस बार रेलवे ने धोने की तैयारी की है। पिछली घटना और कमियों से सबक लेते हुए रेलवे ने इस बार जबर्दस्त तैयारी की है। अराजक तत्वों के साथ ही भीड़ पर नजर रखने के लिए पहली बार इलाहाबाद जंक्शन के अंदर और बाहर के एरिया में ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। चप्पे-चप्पे पर आरपीएफ जवानों की तैनाती भी रहेगी। गुरुवार को मेला तैयारियों का जायजा लेने प्रयागराज पहुंचे डीजी आरपीएफ अरुण कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। न्यायिक कमेटी के सुझाव का ध्यानएनसीआर हेड क्वार्टर सुबेदारगंज में डीजी आरपीएफ अरुण कुमार के साथ ही जीएम एनसीआर राजीव चौधरी ने मेला के लिए रेलवे की तैयारियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि 2013 में इलाहाबाद जंक्शन पर हुए हादसे के बाद न्यायिक कमेटी बनी थी। उसने जिन कमियों पर सवाल उठाया था उन्हें इस बार की तैयारियों में दूर करने का प्रयास किया गया है।
इन कमियों से लिया सबक- जंक्शन पर एक तरफ से इंट्री और दूसरी तरफ से एग्जिट 2013 कुंभ के बाद पहली बार हो रहा है।
- एफओबी पहले कम थे, अब कई हो गए हैं। स्काई वाक भी तैयार है। - 2013 में ये कमी सामने आई थी कि टिकट न बिकने की वजह से ट्रेन को रवाना नहीं किया गया था। - स्पेशल ट्रेन भर जाएगी, तब चलेगी, पहले यही होता था। इस बार ऐसा नहीं होगा। - स्पेशल ट्रेनों का भी टाइम टेबल होगा। पैसेंजर्स आएं या न आएं। टिकट बिके या न बिके ट्रेन खड़ी नहीं रहेगी। बैड एलिमेंट्स को पकड़ेंगे सुरक्षा व्यवस्था के सवाल पर डीजी आरपीएफ ने कहा कि स्टेशन सिक्योरिटी प्लान को इलाहाबाद जंक्शन पर काफी बेहतर किया गया है। सीआईएसएफ की तरह सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम स्टेशनों पर किया जा रहा है। इसमें इलाहाबाद जंक्शन शामिल हो चुका है। कुंभ के दौरान देश के कई इलाकों से वाचर बुलाए जा रहे हैं। वे बैड एलिमेंट्स को पहचानते हैं। एक सॉफ्टवेयर ऐसा है, जिसमें बैड एलिमेंट्स के चेहरे रहते हैं। उस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल भी सीसीटीवी से कनेक्ट कर किया जाएगा। टिकट के लिए नहीं होगी दिक्कतजीएम एनसीआर राजीव चौधरी ने कहा कि टिकट के लिए लोगों को परेशान न होना पड़े इसके लिए मेला क्षेत्र में हैंड हेल्ड मशीन के साथ रेलवे के कर्मचारी तैनात होंगे। ये टिकट बनाकर पैसेंजर्स को देंगे। ताकि पैसेंजर्स को टिकट के लिए भटकना न पड़े।
27000 आरपीएफ जवान कुंभ मेला के लिए होंगे तैनात 800 स्पेशल ट्रेन चलेंगी 172 ट्रेन पर डे अप-डाउन में गुजरती हैं 600 स्पेशल ट्रेन अन्य जोन से प्रयागराज आएंगी 1572 ट्रेन इस बार कुंभ के दौरान एक दिन में मुख्य स्नान पर्व पर चलाई जा सकती हैं 2013 के कुंभ में 1150 ट्रेनें चलाई गई थीं 40 जोड़ी मालगाड़ी मेला के दौरान की जा सकती हैं कैंसिल 450 सीसीटीवी कैमरे लग चुके हैं इलाहाबाद जंक्शन पर