ग्रह-नक्षत्रों के प्रभाव बदल देंगे नौ रत्न
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प्रेशियस स्टोंस जैसे पन्ना, माणिक, नीलम, मोती, पुखराज वगैरह। जहां एक वक्त में इन स्टोंस का इस्तेमाल ज्यादातर एस्ट्रोलॉजी के लिहाज से होता था, वहीं अब गोल्ड और डायमंड ज्वैलरी में इनका यूज ज्यादा होने लगा है। मोती स्पेशली एक ऐसा स्टोन है, जो सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। हालांकि, पहले से ही मोती की ज्वैलरी ट्रेंड में रही है लेकिन इन दिनों कंटेंप्रेरी स्टाइल में मोती की ज्वैलरी की डिमांड एक बार फिर तेज हुई है। मोती और डायमंड का कॉम्बिनेशन स्पेशली काफी प्रिफर किया जा रहा है। Fact File प्रेशियस स्टोंस भी गोल्ड और डायमंड की तरह बहुत एक्सपेंसिव होते हैं इसलिए इन्हें हमेशा ऑथेंटिक जगह से ही खरीदना चाहिए। मोती की ज्वैलरी खरीदने से पहले सबसे पहले उसकी शाइन पर फोकस करना चाहिए क्योंकि वही उसकी क्वॉलिटी का बेसिक पैरामीटर होता है।नवरत्न ज्वैलरी में नौ तरह के प्रेशियस स्टोंस यूज होते हैं जैसे हीरा, पन्ना, पुखराज, नीलम, माणिक, मोती, मूंगा वगैरह।
प्रेशियस स्टोंस को खरीदने के से पहले उनकी क्लैरिटी और क्वॉलिटी का सर्टिफिकेट ले लेना चाहिए। हीरा और मोती सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले प्रेशियस स्टोंस हैं। माणिक यह सूर्य का रत्न है, इसको माणिक, मानिक और रूबी भी कहते हैं।ओरिजनल माणिक रक्त लालिमा लिए हुए होता है।
कई माणिक हल्के लाल, सिंदूरी लालिमा लिए होते हैं। मेष, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक राशि वाले पहनें माणिक मोती चन्द्रमा का यह रत्न, स्वाति नक्षत्र में सीप द्वारा वर्षा के जल ग्रहण करने से उत्पन्न होता है। प्योर मोती गोल, उज्जवल, चिकना, हल्का और चंद्र कांति वाला होता है। शुद्ध मोती मिटटी के पात्र में गौमूत्र में डाल रातभर रखने पर भी खंडित नहीं होगा। मेष, वृष, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक, मीन राशि के लिए लाभकारी। मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है। लाल, सिंदूरी, हिंगुल रंग का गेहुए वर्ण का होता है। असली मूंगा गोल, चिकना, कांतियुक्त और भारी होता है। इसे दूध में डाला जाये तो दूध में लालिमा दिखाई देने लगती है। मेष, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, मकर, कुम्भ व मीन राशि को लाभकारी। पन्ना बुध ग्रह का रत्न है। हरे रंग का पारदर्शी, चिकना व चमकदार होता है। पन्ना को कांच के पात्र में पानी भर कर इसमें डाला जाये तो पात्र में से हरी किरणों का आभास होता है। सोने की अंगूठी में पन्ना जड़वा कर शुक्ल पक्ष के बुधवार को धारण करना चाहिए। पुखराजचिकना, चमकदार, कांतिवाला, नींबू छिलके के रंग वाला, स्वर्ण वर्ण का या केशर या हल्दी के रंग वाला यह रत्न गुरु ग्रह का माना गया है।
स्पर्श में चिकना, भारी, पारदर्शी पुखराज उत्तम कोटि का होता है। पुखराज कसौठी पर घिसने से अधिक चमक उठता है। धनु, मीन, मेष, कर्क, वृश्चिक राशि वालों को पुखराज शीघ्र फल देता है। हीरा शुक्र ग्रह का रत्न। अत्यंत श्वेत, चमकीला, कठोर, किरणों से युक्त होता है। असली हीरे को यदि पिघलते हुए घी में डाल दिया जाये तो वह घी तुरन्त जमने लगता है। वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, कुंभ राशि वालों को हीरा लाभदायक होता है। नीलम नीलम शनि का मुख्य रत्न है। इसको धारण करने से पहले इसकी परीक्षा करना अत्यंत आवश्यक होता है। यह रत्न अपना प्रभाव अतिशीघ्र दिखता है। 2-3 दिन इसको दाहिनी भुजा में बांधकर रखना चाहिए। यदि अशुभ फलों का आभास हो तो इसे तुरंत त्याग देना चाहिए। असली नीलम चमकीला, चिकना, मोर पंख के समान वर्ण वाला, नीली रश्मियों से युक्त, पारदर्शी होता है। नीलम शनि की साढ़े साती का निवारण करता है। गोमेद गोमेद का रंग गौमूत्र के समान कुछ पीला, कुछ लालिमा लिए हुए श्याम वर्ण का होता है। यह राहु का रत्न है।असली गोमेद स्वच्छ, भारी, चिकना होता है। ऐसे गोमेद को 24 घंटे तक गौमूत्र में रखा जाये तो गौमूत्र का रंग बदल जाता है।
लकड़ी के बुरादे से घिसने पर असली गोमेद की चमक में वृद्धि होगी लहसुनिया केतु का यह नग अंधेरे में बिल्ली की आंख की भांति चमकता है। लहसुनिया कई रंगों में मिलता है। काली श्वेत आभा युक्त जिस पर जनेऊ की तरह तीन धारियां खिंची हो, स्वच्छ, औसत से कुछ भारी, ऐसा उत्तम रत्न माना गया है। ग्रह-नक्षत्रों के अनुसार नौ रत्नों की डिमाण्ड हमेशा रहती है। लेकिन फेस्टीवल के दौरान लोग नौ रत्न खरीदना ज्यादा प्रिफर करते हैं। हमारे परस रत्नों की विशाल रेंज अवेलेबल है। वैसे रूबी, पर्ल और पुखराज की डिमाण्ड ज्यादा है। उत्कर्ष सिंह न्यू सिसोदिया ज्वैलर्स प्रेसियस स्टोन की विशाल रेंज हमारे पास अवेलेबल है। रेंज पांच हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये प्रति रत्ती है। ज्योतिष के सुझाव के आधार पर ही रत्न मंगाए जाते हैं। राहुल अग्रवाल कृष्णा जेम्स एंड ज्वैलर्स सिविल लाइंस