सिटी के अंदर निजी बस संचालक मनमानी कर रहे हैं. नियमों को ताक पर रखकर सवारियों को बैठा रहे हैं. प्रतिबंध रूट पर भी आराम से बीच चौराहे पर बस लगाकर सवारियों को बैठाते हैं. जबकि एआरटीओ प्रवर्तन सुरेश कुमार मौर्या का कहना है कि इन बसों के लिए शहर के दो जगहों पर ही स्टापेज निर्धारित है. इसका सीधा असर रोडवेज के राजस्व पर पड़ रहा है. इसके साथ ही जगह-जगह बैठाने पर जाम की समस्या भी बनी हुई है. आरटीओ प्रवर्तन द्वारा बीच-बीच अभियान चलाया जाता है. लेकिन इसका असर भी डग्गामार के दबंगई के आगे बेअसर साबित हो रहा है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। रिपोर्टर द्वारा एआरटीओ प्रवर्तन सुरेश कुमार मौर्या को फोन कर प्राइवेट बसों के स्टापेज के बारे में जानकारी ली गई। उन्होंने बताया कि सिटी में सिर्फ दो ही स्टापेज है। एक खुसरो बाग तो दूसरा रामबाग। इसके अलावा कहीं भी सवारी रोक कर बैठाने की अनुमति नहीं है। खासतौर पर जिन रूटों पर रोडवेज की बसें संचालित होती है। इधर-उधर खड़ी मिलीं बसें


जानकारी लेने के बाद मंगलवार को रिपोर्टर जब खुसरो बाग स्थित स्टापेज पर पहुंचा तो इक्का-दुक्का बस खड़ी थी। वहीं रामबाग पेट्रेाल पंप समीप थोड़ी-थोड़ी दूरी पर दो-दो बसें खड़ी मिली। लेकिन यह बस नैनी, कोरांव, मिर्जापुर की तरफ की ज्यादा थी। वहीं दूसरी तरफ डग्गामार जीरो रोड बस अडडे से थोड़ी दूरी चौराहे के पास एक गली में लाइन बस लगी थी। यह बस रीवा, शहडोल, मनेन्द्रगढ़ और चाकघाट की तरफ जाने के लिए खड़ी थी। सिविल लाइंस बस अडडे के पास एक दो नहीं बल्कि दस के करीब बस खड़ी थी। इससे ज्यादा बस हनुमान मंदिर के पीछे वाले गेट पर खड़ी थी। यही आलम सिविल लाइंस रेलवे स्टेशन साइड का था। वहां भी लाइन से कई बसें खड़ी थी। पत्रिका पेट्रोल पंप के पास भी कई बस लाइन से खड़ी मिली।

निजी बसों के लिए सिटी के अंदर सिर्फ दो ही स्टापेज निर्धारित किए गए हैं। बाकी जगह-जगह रूककर सवारियों को बैठाने की अनुमति नहीं है। अगर ऐसा हो रहा है तो अभियान चलाकर इनपर कार्रवाई की जाएगी।सुरेश कुमार मौर्या एआरटीओ प्रवर्तन

Posted By: Inextlive