अब रजिस्टर खरीदने का प्रेशर
यूपी बोर्ड की एनसीईआरटी की बुक्स की खरीददारी में खेल जारी
गाइड के बजाए अब हर किताब के साथ दुकानदार दे रहे हैं रजिस्टर ALLAHABAD: दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने मुद्दा उठाया तो माध्यमिक शिक्षा परिषद से लेकर माध्यमिक शिक्षा मंत्री तक के कान खड़े हो गये। बोर्ड सचिव ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर इस मामले को नोटिस लिया जाना और कार्रवाई की रणनीति बता दी। बोर्ड के इस फैसले से दुकानदारों ने बुक्स के साथ दो गाइड खरीदने की मजबूरी तो हटा ली लेकिन उसके स्थान पर प्रत्येक किताब के साथ 50 रुपये का एक रजिस्टर खरीदना अनिवार्य कर दिया। अब देखना है बोर्ड अफसर इस पर क्या रुख अख्तियार करते हैं। एक्स्ट्रा भी चार्ज रहे दुकानदारएनसीईआरटी किताबों की बिक्री में चल रहे खेल को लेकर यूपी बोर्ड के पास लगातार लोग दुकानदारों की शिकायत दर्ज करा रहे हैं। बोर्ड सचिव के पास पहुंचे छात्र पवन सिंह ने बताया कि शर्मा बुक शाप वाले से जब एनसीईआरटी की बुक मांगी गई, तो वह फिजिक्स, कमेस्ट्री और बायलॉजी की पांच किताबों की खरीद पर प्रत्येक किताब पर 10-10 रुपए अतिरिक्त चार्ज वसूल रहा है। प्रिंट रेट से अधिक पैसा देने से मना करने पर दुकानदार किताबें देने से ही इंकार कर रहा है। गोपाल बुक शाप वाले एक किताब के साथ एक रजिस्टर लेने के लिए बाध्य कर रहे हैं। एक रजिस्टर की कीमत 50 रुपए है।
बोर्ड में लगातार शिकायतें आ रही है। जिला प्रशासन को भी सूचना दी जा रही है। जिससे ऐसे मामलों को रोका जा सके। बोर्ड की मंशा है कि बच्चों को सस्ती कीमतों पर किताबें मिले। नीना श्रीवास्तव जिन दुकानों पर अधिक चार्ज लिया जा रहा है या फिर जबरन किताबों के साथ गाइड या रजिस्टर लेने के लिए बाध्य किया जा रहा है, उनके खिलाफ कार्रवाई का खाका तैयार है। जल्द इस पर इम्प्लीमेंट भी होगा। सुहास एलवाई डीएम