Allahabad: लाख कोशिशों के बाद भी अनसुलझे केसेज की लिस्ट में फ्राइडे को एक और मर्डर एड हो गया. इस बार भी टारगेट किए गए थे एक सीनियर सिटिजन जो बेटी से मिलने उसकी ससुराल गए थे. हत्या का आरोप मृतक के ही भाई पर लगा है और तहरीर भी दे दी गई है. वैसे शहर में सीनियर सिटिजंस के साथ जो कुछ भी हो रहा है वह अच्छा संकेत नहीं देता. अपनों के ही जान का दुश्मन बन जाने से पुलिस के लिए ऐसे केसेज को सुलझा पाना बेहद मुश्किल हो गया है.

करोड़ों की है प्रापर्टी के मालिक थे

करीब 65 साल के केदारनाथ जायसवाल फाफामऊ में रहते थे। उनके पास करोड़ों की सम्पत्ति है। केदार की एकमात्र बेटी सावित्री है जो पति सज्जन के साथ शांतिपुरम में रहती है। दामाद-बेटी का अपना बिजनेस है। संपत्ति को लेकर उनका भाइयों से विवाद चल रहा है। घर पर अकेले रहनेे वाले केदारनाथ थर्सडे इवीनिंग बेटी सावित्री के यहां पहुंचे थे। बेटी-दामाद को बिजनेस के सिलसिले में जाना था तो उन्होंने डिनर साथ करने की रिक्वेस्ट करके उन्हें रोक लिया और चले गए. 

कमरे में पड़ी थी बॉडी

रात करीब 11 बजे सावित्री पति के साथ घर पहुंची तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गई। दरवाजा खुला था। कमरे के अंदर पिता की बॉडी पड़ी थी। सज्जन ने तत्काल घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के लिए फारेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वाड को बुला लिया। पुलिस को स्पॉट पर एक कुल्हाड़ी मिली है। शक है कि इसी से केदारनाथ को मारा गया है। पुलिस जांच में लगी है कि मर्डर किया क्यों गया? वैसे सावित्री ने प्रापर्टी विवाद में हत्या का आरोप लगाते हुए अपने चाचा के खिलाफ ही तहरीर दी है. 

पुलिस से हो चुका है विवाद 

पुलिस ने तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। वैसे पुलिस का पाला पहले भी सावित्री और उसके पति से पड़ चुका है। कुछ माह पहले पुलिस से उनकी किसी बात को लेकर झड़प हुई थी। आरोप लगा था कि दो कांस्टेबल ने प्रेगनेंट सावित्री को धक्का दे दिया जिससे उसे चोट लग गई। इसे लेकर पुलिस का विरोध हुआ तो आरोपियों पर कार्रवाई भी हुई. 

पहले से अनसुलझे हैं ये मामले 

झूंसी के रहने वाले श्याम लाल पुलिस विभाग से रिटायर्ड थे। उनकी फैमिली सरायइनायत में रहती है जबकि वह अकेले झूंसी में रहते थे। दो महीने पहले उन्होंने अपना मकान बनवाना शुरू किया और एक दिन रात में उनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस केस में पुलिस को उनके अपनों पर शक है और जांच चल रही है. 

खुल्दाबाद की रहने वाली एम मकेरियस का बाथरूम के बाहर चाकू घोंप कर कत्ल कर दिया गया। उसकी एकलौती बेटी ने पड़ोसी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन, पुलिस को उसकी कहानी हजम नहीं हुई। पुलिस की निगाह में वह सस्पेक्टेड थी। आज यह मामला ठंडे बस्ते में है. 

अल्लापुर के रहने वाले रिटायर्ड रोडवेजकर्मी अपना मकान बनवा रहे थे। इस दौरान रात में किसी ने उनका मर्डर कर किया। पुलिस को प्राइमरी इंवेस्टिगेशन में उनके छोटे बेटे पर शक हुआ। मीडिया में खबर आ गई तो विवेचना ट्रांसफर हो गई। यह मामला आज भी पेंडिंग है. 

धूमनगंज की रहने वाली महिला का कोई अपना बच्चा नहीं था। उसे पति की जगह जॉब मिली थी। पड़ोसियों से उसका अटैचमेंट नहीं के बराबर था। एक दिन पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस उसके घर पहुंची तो घर के भीतर से आ रही बदबू ने उसके होश उड़ा दिए। ताला तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची तो खून से लथपथ उनकी बॉडी पड़ी थी। दो साल पुराने इस केस में भी कोई क्लू पुलिस के हाथ नहीं है।

 

 

Posted By: Inextlive